यूपी बेसिक स्कूल: दिए गए दो लाख टैबलेट में चले सिर्फ 705, औचक निरीक्षण में 8665 शिक्षक मिले अनुपस्थित

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लखनऊ। बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में कर्मियों की ऑनलाइन उपस्थिति समेत डिजिटल कामकाज के लिए दिए गए दो लाख से अधिक टैबलेट में से सिर्फ 705 ही चल रहे हैं। वहीं, स्मार्ट क्लास की भी पूरी जानकारी नहीं दी जा रही है।

स्कूल के रजिस्टरों को डिजिटल करने और रोज की सूचनाएं अपडेट करने के लिए सभी जिलों के प्राथमिक विद्यालयों में 209863 टैबलेट दिए गए हैं। इनकी मैपिंग कर जानकारी साइट रेडीनेस एप पर अपलोड करनी थी। किंतु ऑनलाइन उपस्थिति व टैबलेट के संचालन के लिए सिम आदि की व्यवस्था न होने से पिछले दिनों इस व्यवस्था का विरोध किया गया। अधिकतर जगहों पर यह शुरू नहीं किए गए, जबकि नवंबर-दिसंबर के अंत में शिक्षकों-विद्यार्थियों व कर्मचारियों की उपस्थिति शुरू होनी थी।

राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने कहा कि प्रदेश के 18381 परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनाई जा रही हैं। इनके सापेक्ष मात्र 2210 विद्यालयों का ही स्मार्ट क्लास का स्टेटस पोर्टल पर अपलोड है। उन्होंने नाराजगी जताते हुए सभी बीएसए को आवश्यक डाटा पोर्टल पर अपलोड करने और टैबलेट्स की मैपिंग कर संचालन 24 जनवरी तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

दिसंबर में 8665 शिक्षक मिले अनुपस्थित, कार्रवाई न करने पर नाराजगी
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कराए गए औचक निरीक्षण में दिसंबर माह में 8665 शिक्षक अनुपस्थित मिले। विभाग ने इनमें से 1651 शिक्षकों पर कार्रवाई न करने व इसकी सूचना पोर्टल पर अपलोड न करने पर संबंधित बीएसए से नाराजगी जताई है। इन्हें दो दिन में कार्रवाई करते हुए इसकी सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

वहीं सितंबर-अक्तूबर में अनुपस्थित मिले शिक्षकों में से भी 20 फीसदी पर कार्रवाई नहीं की गई है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने इस पर नाराजगी जताते हुए अमेठी, सोनभद्र, झांसी, बहराइच, गाजियाबाद, एटा, जौनपुर, मिर्जापुर, मैनपुरी, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, फर्रुखाबाद, कौशांबी, बलिया व गौतमबुद्ध नगर के बीएसए को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने तीन दिन के अंदर इस पर अपना स्पष्टीकरण व बचे हुए शिक्षकों पर कार्रवाई कर सूचित करने का निर्देश दिया है।