मुजफ्फरनगर में धूमधाम से निकाली गई प्रभु श्री राम की विजय यात्रा

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मुजफ्फरनगर। श्री आदर्श रामलीला भवन सेवा समिति पटेलनगर के तत्वावधन में आयोजित 46वें रामलीला महोत्सव में विजय दशमी पर्व पर मेले का आयोजन किया गया। दशानन के दहन के बाद भगवान श्रीराम की विजय यात्रा निकाली गई, तत्पश्चात रामलीला मंच पर भरत मिलाप की सुंदर लीला का मंचन हुआ।

पटेलनगर में शुक्रवार की शाम मैदान में सूक्ष्म रूप से पूरा रामलीला मंचन दिखाया गया। रामादल एवं राक्षसी सेना का भयंकर यु( हुआ, जिसमंे रावण का अभिनय क्षेत्राीय पिफल्मों के कलाकार श्याम कुमार ने किया। भगवान राम और लक्ष्मण द्वारा सुबाहु मारीछ, खर-दूषण व कुम्भकर्ण के बाद रावण के वीर पराक्रमी पुत्रा का भी वध् कर दिया गया। अंत में रावण को ही राक्षसों की विशाल सेना के साथ यु( भूमि में आना पड़ा। विभिषण ने भगवान राम को बताया कि भैया रावण की नाभि में अमृत है। जब तक वह अमृत रहेगा, रावण अमर रहेगा। तब श्रीराम द्वारा एक ही तीर से रावण की नाभि को भेद दिया गया और महान पराक्रमी लंकाधिपति रावण का अंत हो गया। मेला स्थल पर आयोजकों द्वारा 31 पफुट उफंचे रावण व मेघनाद के पुतले लगवाए गए थे। सायं 5 बजे रावण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्यमंत्राी डा. संजीव बालियान, प्रदेश सरकार के राज्यमंत्राी स्वतंत्रा प्रभार कपिल देव अग्रवाल, पूर्व विधयक व टिकौला शुगर मिल के डायरेक्टर सोमांश प्रकाश, समाजसेवी व उद्योगपति सतीश गोयल टिहरी स्टील, समाजसेवी भीमसेन कंसल, रेशु एडवरटाइजिंग से सत्यप्रकाश रेशु व मीनू पेपर मिल के डायरेक्टर मनीष कपूर ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्राकार व हिन्दुस्तान अखबार के ब्यूरो चीफ अरविन्द भारद्वाज भी अंत तक उपस्थित रहे। हिन्दुवादी नेता व समाजसेवी मनीष चौध्री सपरिवार कार्यक्रम में अंत तक बने रहे। सभी ने भगवान श्रीराम का पूजन किया व दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। रावण दहन के उपरांत भगवान राम, माता जानकी, लखन लाल जी व बजरंग बली की आरती उतारने के लिए अपार जनसमूह पटेलनगर रामलीला मैदान में जमा रहा। नई मंडी पुलिस द्वारा सुरक्षा के दृष्टिगत भारी पुलिस पफोर्स की व्यवस्था रही। मेले में 5 हजार से ज्यादा दर्शकों ने प्रभु श्रीराम के दर्शनलाभ लिए। रावण व मेघनाद के पुतलों के दहन के पश्चात करीब दो घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। रात्री 9 बजे रामलीला स्थल से भगवान श्रीराम की विजय यात्रा बैंडबाजों के साथ नई मंडी की विभिन्न गलियों से निकाली गई। भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, माता जानकी एवं पवन पुत्रा हनुमान रथ मंे सवार होकर भक्तों को दर्शन देते चल रहे थे। नई मंडी में विभिन्न स्थानों पर प्रभु श्रीराम की आरती कर उन्हें भोग अर्पित किया गया। विजय यात्रा नई मंडी परिक्रमा के उपरांत रामलीला स्थल पर पहुंची, जहां भरत मिलाप की लीला का सुंदर मंचन किया गया। रामलीला कलाकारों द्वारा नृत्य नाटिकाएं एवं सुंदर भजन प्रस्तुत किए गए।

कार्यक्रम में मुख्य प्रबंध्क अनिल ऐरन, महामंत्राी सुरेन्द्र मंगल, कोषाध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, कार्यक्रम संयोजक विकल्प जैन, दीपक गोयल, अनिल जैन, अनिल गोयल, निर्देशक अमित भारद्वाज, अनन्या जैन, शार्दुल जैन, राईमा जैन, मीना ऐरन, मेघा ऐरन, विपिन जैन, भगवती प्रसाद, अंशुल गुप्ता, विकास भारद्वाज, संदीप कश्यप, मीडिया प्रभारी पंड़ित लोकेश भारद्वाज, नितीश भारद्वाज आदि मौजूद रहे। शनिवार को राजतिलक की लीला व पारितोषिक वितरण का कार्यक्रम किया गया। रविवार को हरिद्वार के चंडीघाट पर भंडारे एवं सभी पात्रों के स्नान के उपरांत 46वें रामलीला महोत्सव का सफल समापन हो जाएगा।