कैंसर की चपेट में युवा भारत, मोटापा, डायबिटीज और डिप्रेशन भी तेजी से बढ़ा

Young India is vulnerable to cancer, obesity, diabetes and depression also increased rapidly.
Young India is vulnerable to cancer, obesity, diabetes and depression also increased rapidly.
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जयपुर: युवाओं के लिए चिंताजनक खबर है। भारत में न सिर्फ कैंसर (Cancer) के मामले बढ़ रहे हैं बल्कि कम उम्र के लोगों में भी ये बीमारी तेजी से फैल रही है। अपोलो ग्रुप के एक अस्पताल समूह की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। ये ग्रुप भारत की सबसे बड़ी अस्पताल श्रृंखला चलाता है। इस रिपोर्ट के अनुसार आने वाले समय में भारत कैंसर (Cancer) का विश्व का केंद्र बन सकता है। भारत में कैंसर (Cancer) की चिंता बढ़ती जा रही है, पर अब यह सिर्फ बीमारी नहीं बल्कि युवाओं के लिए भी चुनौती बन गई है। एक नामी अस्पताल समूह की रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई है कि भारत जल्द ही कैंसर (Cancer) का दुनिया का सबसे बड़ा केंद्र बन सकता है।

हेल्थ ऑफ द नेशन रिपोर्ट
अस्पताल समूह की चौथी ‘हेल्थ ऑफ द नेशन’ रिपोर्ट में कैंसर (Cancer) के बढ़ते मामलों की चिंताजनक तस्वीर सामने आई है। रिपोर्ट बताती है कि भारत में न सिर्फ ज्यादा लोग कैंसर (Cancer) से पीड़ित हो रहे हैं बल्कि कम उम्र के लोगों में भी ये बीमारी तेजी से फैल रही है। ग्लोबल आबादी की तुलना में भारत में बहुत कम उम्र के लोग कैंसर (Cancer) जैसी बीमारी के साथ साथ हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure) , डायबिटीज (Diabetes) और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से भी जूझ रहे हैं।

18 से 25 साल के आयु वर्ग में सबसे ज्यादा डिप्रेशन Depression is highest in the age group of 18 to 25 years रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला रुझान सामने आया है, जिसके अनुसार 18 से 25 साल के आयु वर्ग में सबसे ज्यादा डिप्रेशन पाया गया। हर पांच में से एक व्यक्ति डिप्रेशन से ग्रस्त होने की बात सामने आई है।

अपोलो की वाइस चेयरपर्सन डॉक्टर प्रीता रेड्डी का कहना है कि बीमारी होने के बाद इलाज कराने से अच्छा है कि बीमारी को रोका जाए। उन्होंने कहा “हम नहीं चाहते कि आप स्ट्रोक या कैंसर का इलाज कराने या फिर किसी बड़े ऑपरेशन के लिए हमारे पास आएं। हमारा मकसद है कि आप बीमारियों को रोकने को प्राथमिकता दें।”

नियमित अंतराल पर डॉक्टर से सलाह जरुरी

उन्होंने कंपनी के निवारक स्वास्थ्य पर नवीनतम फोकस के बारे में बात करते हुए प्रोहेल्थ कार्यक्रम के बारे में बताया जो स्वास्थ्य विशेषज्ञों से नियमित अंतराल पर सलाह लेने में मदद करता है। डॉ. रेड्डी ने कहा, “यह लोगों को कैंसर और अन्य गैर-संक्रामक बीमारियों की शुरुआत को रोकने के लिए अपने स्वास्थ्य का जायजा लेने का आग्रह करता है।” उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार क्रांतिकारी स्वास्थ्य नीतियों को लाने के अपने दृष्टिकोण में “अभूतपूर्व” रही है, साथ ही उन्होंने आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन का भी उल्लेख किया।

आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन” की सराहना
उन्होंने भारत सरकार के “Ayushman Bharat Digital Health Mission” की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि ये मिशन क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि “आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन लोगों का डाटा इकट्ठा करेगा। इस डाटा की मदद से बीमारियों के बारे में पता लगाया जा सकता है और बीमारी होने के संकेतों को भी समझा जा सकता है। सरकार इस मिशन के जरिए बीमारियों को रोकने की दिशा में अहम कदम उठा रही है।”