- अलर्टः पिंघला देगी गर्मी, पारा 45 पार, इन राज्यों के लिये चेतावनी जारी, घर से निकलने से पहले… - May 21, 2024
- सेक्स टॉयज के दर्द ने कर दिया था परेशान, डॉक्टरों को भी बाहर निकालने में छूट गए पसीने - May 21, 2024
- जूता व्यापारी के घर इनकम टैक्स का छापा, 60 करोड़ से ज्यादा बरामद, गिनती जारी - May 21, 2024
चंडीगढ़: मानसून में देरी के कारण धान की खेती करने वाले किसानों को जो सिंचाई की समस्या आ रही थी, उसकी चिंता करते हुए, मुख्यमंत्री खट्टर ने बिजली की सप्लाई 2 घंटे बढ़ाने के तत्काल आदेश दे दिए हैं। धान की खेती वाले इलाकों में अब हर रोज 10 घंटे बिजली की निर्बाध सप्लाई होगी। इस संबंध में विनोद मेहता ने जानकारी देते हुए ट्वीट किया है। गौर रहे कि मानसून की बेरुखी से हरियाणा में गहराये बिजली संकट के कारण धान की रोपाई बुरी तरह प्रभावित हो गई है।
गौर रहे कि पानी के दम पर तैयार होने वाली धान की फसल ही खरीफ सीजन में पंजाब और हरियाणा की मुख्य फसल है। पिछले साल यहां 27 लाख हेक्टेयर में गैर बासमती धान खेती हुई थी,. वहीं, 4.06 लाख हेक्टेर में बासमती की बुवाई हुई थी। उत्पादन के आंकड़े पर नजर डाले तो गैर बासमती चावल का उत्पादन 19.1 मीट्रिन टन था और बासमती चावल 1.7 मीट्रिक टन था।