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बेंगलुरु। आसमान में दो इंडिगो विमान (Indigo Flights) में सवार 430 यात्रियों की जान बचाने में एयर रडार कंट्रोलर (Air Radar Controller) लोकेंद्र सिंह (42) हीरो बनकर उभरे हैं। बेंगलुरु एयरपोर्ट (Bengaluru Airport) से 7 जनवरी को उड़ान भरने वाली दो इंडिगो फ्लाइट आसमान में एक-दूसरे के काफी करीब आ गए थे और लगभग टकराने वाले थे। हालांकि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को जैसे ही मालूम हुआ कि इंडिगो के दो विमान – 6ई455 (बेंगलुरु से कोलकाता) और 6ई246 (बेंगलुरु से भुवनेश्वर) एक-दूसरे के सामने आ रहे हैं तभी उन्होंने दोनों पायलट को दिशा बदलने का आदेश दिया। एक पायलट ने विमान दाईं तरफ घुमाया तो दूसरे ने बाईं तरफ।
रडार कंट्रोलर की मुस्तैदी की हो रही तारीफ
लोकेंद्र सिंह की जबरदस्त मुस्तैदी की काफी तारीफ हो रही है और समय रहते बड़ा हादसा होने से टल गया। जांच में सामने आया है कि दोनों एयरक्राफ्ट में लगा ट्रैफिक कोलाइजन अवॉइडेंस सिस्टम (टीसीएएस) लेटेरल सैपरेशन के कारण बंद नहीं हुआ था। वहीं दोनों पायलट खतरे से अंजान थे क्योंकि उन्हें अलग-अलग कंट्रोलर की ओर से डायरेक्शन मिल रहे थे।
दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
घटना को किसी लॉगबुक में दर्ज नहीं किया गया था और न ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने इसकी सूचना दी थी। इस बीच, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) प्रमुख अरुण कुमार ने बताया कि विमानन नियामक घटना की जांच कर रहा है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।