उत्तर प्रदेश के बिजनौर की रहने वाली 35 वर्षीय महिला पर दिल्ली के पालम विहार में एसिड अटैक हुआ. पुलिस ने बताया कि महिला के हाथ, पीठ और पैर में जलन है. फिलहाल उसका सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा है. शुरुआती जांच के अनुसार, इस घटना के पीछे पीड़ित महिला के पति का हाथ बताया जा रहा है. पीड़ित महिला बीते कुछ समय से अपने पति से अलग चार बच्चों के साथ पालम विहार के चौमा इलाके में रह रही है.
दिल्ली में हुई यह घटना हम सबको यह सोचने में मजबूर कर देती है कि आप जिस इंसान से बेहद प्यार करते थे, एक वक्त बाद आप उसी से नफरत करने लगते हैं? यह सवाल कई लोगों के मन में उठता है, क्योंकि यह एक ऐसा अनुभव है जो बहुत से लोगों ने अपनी जिंदगी में कभी न कभी जरूर किया होगा. यह सच है कि प्यार और नफरत दो अलग भावनाएं हैं, लेकिन यह भी सच है कि ये दोनों भावनाएं एक दूसरे से बहुत करीब भी हैं. कई बार, प्यार और नफरत के बीच की सीमा बहुत पतली होती है और थोड़ी सी भी गलतफहमी या गलत व्यवहार इन दोनों भावनाओं को बदल सकता है.
प्यार से नफरत में बदलने के कई कारण हो सकते हैं
बेवफाई
प्यार में बेवफाई सबसे बड़ा कारण है जो प्यार को नफरत में बदल सकता है. जब हम किसी से प्यार करते हैं, तो हम उस पर भरोसा करते हैं. लेकिन जब वो भरोसा टूट जाता है, तो प्यार नफरत में बदल सकता है.
झूठ और धोखा
झूठ और धोखा भी प्यार को नफरत में बदल सकते हैं. जब हम किसी से प्यार करते हैं, तो हम उससे सच की उम्मीद करते हैं. लेकिन जब वो झूठ बोलता है या धोखा देता है, तो प्यार नफरत में बदल सकता है.
सम्मान की कमी
प्यार में अनुपालन और सम्मान बहुत महत्वपूर्ण हैं. जब कोई व्यक्ति अपने साथी का सम्मान नहीं करता या उसकी बात नहीं मानता, तो प्यार नफरत में बदल सकता है.
गलतफहमी
कई बार, गलतफहमी भी प्यार को नफरत में बदल सकती है. जब दो लोगों के बीच गलतफहमी पैदा हो जाती है, तो वे एक दूसरे से नाराज हो सकते हैं, और यह नाराजगी धीरे-धीरे नफरत में बदल सकती है.
यह जरूरी नहीं है कि प्यार हमेशा नफरत में बदल जाए. अगर हम अपने रिश्ते में विश्वास, सच और सम्मान बनाए रखें, तो हम प्यार को बनाए रख सकते हैं. लेकिन अगर प्यार नफरत में बदल जाए, तो हमें इससे निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए. हमें यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ, और हमें इस नफरत से निकलने का रास्ता ढूंढना चाहिए.