गुवाहाटी: असम में नाबालिग घरेलू सहायिका का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में एक पुलिस उपाधीक्षक (DSP) को गिरफ्तार किया गया है. डीएसपी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को यह जानकारी दी. गिरफ्तार पुलिस अधिकारी गोलाघाट जिले में एक पुलिस अकादमी में तैनात थे. DSP सिंह ने कहा कि आरोपी डीएसपी गोलाघाट जिले के लचित बड़फुकन पुलिस अकादमी में तैनात थे और उनके खिलाफ डेरगांव पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘एलबीपीए डेरगांव में तैनात एक डीएसपी द्वारा घरेलू सहायिका के प्रति यौन दुर्व्यवहार के संदर्भ में आरोप – भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376, 506 और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा छह के तहत गोलाघाट जिले में डेरगांव पुलिस थाने में दर्ज किया गया है.’
मलूम हो कि आपराधिक मामले की जांच के दौरान सामने आए सबूतों के आधार पर डीएसपी को गिरफ्तार किया गया. डीएसपी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जांच के दौरान सामने आए सबूतों के आधार पर डीएसपी को गिरफ्तार किया गया है.
नाबालिग के घरवालों ने दर्ज कराई FIR
नाबालिग के घरवालों ने शनिवार को गोलाघाट जिले के डेरगांव पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवाई थी. पीड़िता के परिवार ने मीडिया को बताया. वह किसी तरह से डीएसपी के आवास से भागकर अपने घर आ गई. उसने हमें सब कुछ बताया तो हमने एफआईआर दर्ज करवाने का फैसला किया. नाबालिग ने आरोप लगाया है कि डीएसपी की पत्नी भी इस काम में उसका साथ देती थी और उसकी करतूतें छिपाने की कोशिश करती थीं. पीड़िता के परिवार ने कहा, एक महिला होने के नाते उन्हें लड़की का साथ देना चाहिए था लेकिन वह अपने पति की करतूतें छिपाती रहीं ओर चुप्पी साधे रहीं.