![Bhupendra Hooda found a counter to Kiran Chaudhary, will make him contest election from Tosham Bhupendra Hooda found a counter to Kiran Chaudhary, will make him contest election from Tosham](https://aajkinews.net/wp-content/uploads/2024/06/Screenshot_13-3-678x354.jpg)
Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस के सामने इस समय सबसे बड़ी चुनौती पार्टी छोड़कर बीजेपी में गईं किरण चौधरी का कोई मजबूत विकल्प ढूंढना है। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी को पार्टी में शामिल कर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। बीजेपी ने एक तीर से दो निशाने साधने की कहावत को सिद्ध करते हुए ना केवल कांग्रेस की कद्दावर नेता को उससे अलग करने में कामयाबी हासिल कि बल्कि उसने किरण चौधरी के जरिए सूबे के जाट वोटरों को भी साधने में सफलता हासिल की है। किरण चौधरी तोशाम से लगातार चुनाव जीतती आई है। और इसे किरण चौधरी या यूं कहें कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के परिवार के गढ़ के रूप में माना जाता रहा है।
हरियाणा के सबसे बड़े जाट परिवारों में शुमार चौधरी बंसीलाल की बहू किरण चौधरी और उनकी बेटी का बीजेपी ज्वाइन करना कहीं ना कहीं प्रदेश कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। हरियाणा में इन दिनों इस बात को लेकर खूब चर्चा है कि बीजेपी किरण चौधरी को राज्यसभा भेजने और श्रुति चौधरी को उनकी पारंपरागत तोशाम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी में है…..जब से कांग्रेस को इस बात की भनक लगी है तभी से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने सबसे बड़ी चुनौती तोशाम विधानसभा सीट पर किरण चौधरी का तोड़ निकालने को लेकर है। कांग्रेस किसी ऐसे नेता की तलाश में है जो भिवानी-महेंद्रगढ़ में किरण और श्रुति चौधरी के प्रभाव को खत्म या कम कर वहां पार्टी की साख जमाने में मदद कर सके। किरण चौधरी तोशाम से लगातार जीत हासिल करती आई है। इस सीट पर किरण और उनकी बेटी को लोगों का भरपूर समर्थन हासिल है।
भूपेंद्र हुड्डा ने खोजी किरण की काट
कांग्रेस सूत्रों की माने तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किरण चौधरी की काट खोज निकाली है। अपने दशकों पुराने सियासी अनुभव का इस्तेमाल करते हुए हुड्डा ने इसका ऐसा तोड़ निकाला है, जिससे आने वाले दिनों में खासकर विधानसभा चुनाव में ना केवल किरण चौधरी बल्कि बीजेपी की भी मुश्किल बढ़ने वाली है। दरअसल, हुड्डा ने बंसीलाल के परिवार के ही एक सदस्य को किरण चौधरी के खिलाफ चुनाव लड़ाने की तैयारी कर ली है। सूत्रों की माने तो हुड्डा ने बंसीलाल के दूसरे बेटे रणवीर सिंह के बेटे अनिरुद्ध चौधरी को तोशाम विधानसभा सीटी से टिकट देने का मन बना लिया है। अगर सबकुछ ठीक रहता है तो इस बार विधानसभा चुनाव में बंसीलाल परिवार के दो सदस्य आमने-सामने होंगे। यानी अगर बीजेपी तोशाम विधानसभा सीट से बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी को टिकट देकर चुनावी रण में उतारती है तो हुड्डा ने भी उसके मुकाबले बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर ली है।
हुड्डा की होगी जीत
सियासी चाल चलने में माहिर हुड्डा का ये दांव बीजेपी समेत किरण चौधरी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। ऐसे में तोशाम की जनता के लिए बंसीलाल के पोते और उनकी पोती में से किसी एक को चुनना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि चुनाव में जनता केवल किसी एक ही उम्मीदवार को जीताकर विधानसभा भेजेगी। और इस चुनावी युद्ध में बीजेपी-कांग्रेस में से किसी एक ही पार्टी का नेता विजयी होगा। लेकिन ये भी सत्य है कि चुनाव में हार केवल बंसीलाल के परिवार की होगी। और अगर कहीं हुड्डा का पासा सही पड़ जाता है तो ये बीजेपी और किरण चौधरी के लिए किसी बड़ी सियासी शिकस्त से कम नहीं होगी। लेकिन हर हालात में इस चुनावी जंग में जीत कहीं ना कहीं भूपेंद्र हुड्डा की ही होगी। इस पर आपकी क्या राय है कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें जरूर बताएं।