- देहरादून हावड़ा एक्सप्रेस में लगी आग, बोगियों में भरा धुआं तो ट्रेन से कूदने लगे यात्री, फिर क्या हुआ? - May 14, 2024
- बिकने वाली है हल्दीराम स्नैक्स? हजारों करोड़ की डील की दौड़ में कौन सी कंपनियां शामिल - May 14, 2024
- 3 अरब का बिजनेस बनाने का था प्लान, परीक्षार्थियों को रटवाया गया था क्वेश्चन पेपर - May 14, 2024
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हर नगर निकाय क्षेत्र में अब घरेलू और व्यवसायिक भवनों की यूनिक आईडी (Unique Id) बनाई जाएगी। जिला शिमला व कुल्लू के बाद अब यूनिक आईडी और डोर प्लेट लगाने का कार्य नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर एक में भी शुरू हो गया है। शहर के अंदर हर संपत्ति पर डोर नंबर प्लेट लगेगी। डिजिटल डोर नंबर।
जानकारी के अनुसार, डिजिटल सर्वेक्षण और डिजिटल डोर नंबरिंग सिस्टम को लागू करने के लिए यह तकनीक प्रदेश भर में अपनाई जा रही है। यूनिक आई़डी मिलने से बिजली, पानी और सीवरेज कनेक्शन समेत अन्य सार्वजनिक सेवाओं के हाउस टैक्स वसूली में भी मदद मिलेगी। यूनिक आईडी बनाने के बाद हर घर, दुकान, होटल, ढाबे, संपत्ति की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की जाएगी और उसका एक यूनिक नंबर भवन मालिक को दिया जाएगा। वहीं, जिस घर का यह कार्य रह जाएगा, वहां स्थायी प्लेट लगाई जाएगी। डिजिटल डोर नंबर का उपयोग करने से हर नगर परिषद में सभी संपत्तियों के लिए एक समान पता प्रणाली स्थापित करने में मदद मिलेगी और इससे घरों को ट्रैक करने में भी आसानी होगी।
सेंट्रल कमर्शियल इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (Central Commercial Industry of India) के कार्यकारी विकास अधिकारी सतीश ठाकुर ने बताया कि प्रदेश भर की नगर परिषदों व नगर पंचायतों के हर घर, होटल, दुकान व ढाबों की यूनिक आईडी बनाई जाएगी और एक स्थाई प्लेट लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश की राजधानी शिमला में यह कार्य पूरा कर लिया गया है और जिला कुल्लू में भी इस कार्य को किया जा रहा है। इस सर्वेक्षण के लिए प्रदेश सरकार ने एक निजी कंपनी के साथ समझौता किया है, जिसके कर्मचारी हर घर में जाकर यह काम कर रहे हैं। इसकाम के लिए हर संपत्ति के मालिक से 60 रुपये लिए जाएंगे।