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मुजफ्फरनगर। चुनावी समर में पीएम मोदी वेस्ट यूपी की उपजाऊ भूमि से सोना उगाने वाले किसानों के साथ जन चौपाल में आज वर्चुअली संवाद करेंगे। वहीं, दूसरी तरफ सरकार के वादा खिलाफी से नाराज किसान चौराहों पर विरोध जताते हुए विश्वासघात दिवस मनाएगा। जहां मोदी की जन चौपाल मुजफ्फरनगर सहित वेस्ट यूपी के सहारनपुर, शामली, बागपत तथा गौतमबुद्धनगर आदि जिलों की विधानसभाओं में आयोजित होगी। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान इन जिलों के सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना देकर सरकार से अपना विरोध प्रकट करेंगे।
तीन कृषि कानूनों पर विरोध और सहमति का सफर
वेस्ट यूपी का किसान अपनी खेती-किसानी से देश की अर्थव्यवस्था को भी सींचता चला आ रहा है। केंद्र सरकार ने 5 जून 2020 को तीन कृषि कानून लागू किए तो धरती का सीना चीरकर सोना उगाने वाला यह किसान परेशान हो उठा। तीनों कृषि कानून वापस कराने के लिए पंजाब और हरियाणा के किसानों ने दिल्ली कूच किया। जिसके बाद पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर सहित विभिन्न जिलों के किसान संघों ने दिल्ली बार्डर पर डेरा डाल दिया था। किसानों के अनुसार कृषि कानूनों के विरुद्ध चल रहे आंदोलन को सरकार ने तोड़ने का प्रयास किया। क्षेत्र के प्रमुख किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 28 जनवरी 2021 को ऐसे हालात पर भावुक होकर बिलख पड़े। जिसके बाद आंदोलनरत किसानों का जोश दोगुना हो गया। अंतत: संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में एक वर्ष से अधिक समय तक दिल्ली बार्डर पर किसानों का धरना चला। केन्द्र सरकार ने 19 नवंबर को तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा करते हुए किसानों से आंदोलन समाप्त करने की अपील की। जिसके बाद नौ दिसंबर 2021 को केंद्र सरकार के लिखित सहमती पत्र जारी करने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा कर दी। बावजूद लिखित आश्वासन के अनुसार सहमती के एक भी बिंदु पर आज तक कोई प्रगति नहीं हुई।
चारों तहसील मुख्यालयों को भाकियू घेरेगी आज
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकियू ने जिले की चारों क्रमश: सदर, बुढाना, खतौली तथा जानसठ तहसीलों पर सोमवार को 12 से 2 बजे तक एसडीएम कार्यालयों पर पंचायत की घोषणा की है। भाकियू जिलाध्यक्ष योगोश शर्मा ने बताया कि सभी तहसील मुख्यालयों पर किसान पंचायत का आयोजन कर सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा।
वायदा खिलाफी पर किसान आक्रोश के प्रमुख बिंदु
किसानों के लिए एमएसपी सुनिश्चित करने के लिए कमेटी का गठन नहीं।
बिजली बिलों पर भी कोई सकारात्मक चर्चा आज तक नहीं की गई है।
आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमें आज नहीं लिए गए वापस।
शहीद किसानों के आश्रित परिवारों के लिए आज तक कुछ नहीं किया।
मांगे नहीं मानी तो जारी रहेगा किसानों का प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा ने इन सब विषयों को लेकर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर विश्वासघात दिवस मनाने का आह्वान किया है। प्रदर्शन के माध्यम से भारतीय किसान यूनियन/संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत सरकार से मांग की है कि 9 दिसंबर 2021 को घोषित समझौते को लागू किया जाए अन्यथा किसानों का यह प्रदर्शन जारी रहेगा।
PM मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे जन चौपाल
सरकार की वादा खिलाफी पर क्षेत्र का किसान आक्रोशित है। इसी बीच विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एवं कोविड-19 की बाध्यता के चलते सोमवार को पीएम मोदी प्रत्येक विधानसभा पर किसानों को वर्चुअली संबोधित करेंगे। राज्यमंत्री कपिल देव के चुनावी क्षेत्र सदर विधानसभा कूकड़ा मंडल के गांव बिलासपुर, उमेश मलिक के बुढाना विधानसभा क्षेत्र के फुगाना मंडल के गांव डूंगर, सपना कश्चयप के विधानसभा क्षेत्र चरथावल के चरथावल मंडल के कमला फार्म हाउस तथा प्रमोद ऊटवाल के पुरकाजी क्षेत्र के रोहाना मंडल के राधिका पैलेस, विक्रम सैनी के खतौली विधानसभा क्षेत्र के खतौली मंडल के अंबर पैलेस तथा प्रशांत चौधरी के मीरापुर क्षेत्र के मीरापुर मंडल के शहनाई पैलेस में प्रधानमंत्री के विचार 1.30 बजे से सुने जा सकेंगे।