- बीजेपी पर हमलावर तो नीतीश पर नरम दिखे तेजस्वी, कहा- चाचा पलटे नहीं, भाजपा ने हाइजैक कर लिया - May 19, 2024
- बिहार में कहीं बारिश तो कहीं ‘लू’ बरपाएगा कहर, 48 डिग्री के पार पहुंच पारा, जानें अपने जिले का हाल - May 19, 2024
- पटना में मजदूरों को ले जा रही नाव पलटी, कई लोगों के डूबने की आशंका - May 19, 2024
नई दिल्ली: आचार्य चाणक्य महान अर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ होने के अलावा अच्छे रणनीतिकार और समाज शास्त्री भी थे. उन्होंने जीवन को तमाम संकटों से बचने के लिए कई तरह की सीख और सलाह दी हैं. यदि इन बातों को ध्यान में रखा जाए तो व्यक्ति ढेरों समस्याओं से तो बच ही सकता है साथ ही एक संतुष्ट और सफल जीवन भी व्यतीत कर सकता है. इन बड़ी समस्याओं में आर्थिक संकट भी प्रमुख है. चाणक्य नीति के मुताबिक आर्थिक संकट आने से पहले कुछ संकेत मिलने लगते हैं. यदि ऐसे संकेत मिलें तो व्यक्ति को तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए.
गरीबी आने के संकेत
– घर में यदि रोज-रोज झगड़े होने लगें तो इस बार पर ध्यान दें और आपस में बैठकर मसले सुलझाएं. लगातार झगड़े होना घर के सदस्यों की आर्थिक तरक्की रोकता है और आर्थिक हानि का कारण बनता है.
– जिन घरों में कभी पूजा-पाठ नहीं होती, लोग भगवान की आराधना नहीं करते हैं, वहां कभी भी मां लक्ष्मी मेहरबान नहीं होती हैं और सुख-समृद्धि नहीं रहती है. यदि किसी घर में अचानक लोग भगवान की भक्ति से मुंह मोड़ लें, धर्म-कर्म करना बंद कर दें तो यह आने वाले आर्थिक संकट का बड़ा संकेत है.
– जिस घर में बड़े-बुजुर्गों का अपमान होने लगे. उनका ध्यान न रखा जाए, तो वहां गरीबी आते देर नहीं लगती है. यदि घर में बार-बार बुजुर्गों का अपमान हो तो मान लें कि घर में गरीबी दस्तक देने वाली है.
– यदि घर में लगा तुलसी का हरा-भरा पौधा अचानक सूखने लगे तो यह कोई बड़ी विपत्ति आने का संकेत है. ऐसा हो तो सतर्क हो जाएं. यह आर्थिक संकट आने का संकेत हो सकता है.