मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में दशकों पुरानी ईदगाह अब नमाजियों के लिए छोटी पड़ने लगी है। लिहाजा ईद उल फितर और ईद उल अजहा की नमाज में लोग सड़कों तक आ जाते हैं।
लेकिन इस बार कानून के तकाजे का ख्याल रखते हुए उलेमाओं ने नमाजियों से अपील की है कि ईदगाह में जगह न मिले तो लोग अपने आसपास की कदीमी मस्जिदों में ईद की नमाज अदा करें। इसके लिए शहर की 40 मस्जिदों का चुनाव किया गया है।
पुलिस व प्रशासन ने इन मस्जिदों में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने का अश्वासन दिया है। शहर की ईदगाह में नमाज का वक्त सुबह 6.30 रखा गया है। जबकि मोहल्लों की मस्जिदों में ईद की नमाज अदायगी 5.45 से शुरू हो जाएगी।
कोरोना काल में गत 2 वर्षों के दौरान ईद के समय में लाकडाउन रहा। लिहाजा ईदगाह में जमाअत से नमाज अदा नहीं हो पाई। 2 साल बाद यह पहला मौका होगा कि दीन ए इस्लाम के मानने वाले ईदगाह में ईद उल फितर की नमाज के लिए जमा होंगे।
लाकडाउन की पाबंदियां लगभग हट चुकी हैं, लेकिन कानून का तकाजा है कि लोग सड़कों पर नमाज अदा न करें। जिसको लेकर एक सप्ताह से पुलिस तथा प्रशासन एवं उलेमाओं के बीच मंत्रणा चली। आम सहमती से उसका भी हल निकाला गया।
पुलिस-प्रशासन तथा उलेमाओं के बीच हुई मंत्रणा
ईद के मौके पर नमाज अदायगी केवल ईदगाह पर करने को लेकर पुलिस तथा प्रशासनिक अफसरों से उलेमाओं का मंत्रणा हुई। जिसमें इस बात पर सहमती बनी कि ईदगाह में जगह कम पड़ने पर नमाज अदायगी मोहल्लों की कदीमी एवं बड़ी मस्जिदों में की जाए।
ताकि किसी आने जाने वाले को दिक्कत न हो। एक सप्ताह तक चले मंथन के बाद उलेमाओं ने सभी मुस्लिमों से अपील भी की। शांति समितियों की बैठक में इस बात को लेकर आम सहमती भी बनी।
जिसके बाद उलेमाओं की ओर से ही 40 मस्जिदों का चयन किया गया है। हांलाकि आवश्यकता अनुसार मस्जिदों में ईद की नमाज बढाई भी जा सकती है।
शहर की बड़ी मस्जिदों में ईद की नमाज के इंतजाम
शहर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र खालापार, लद्धावाला तथा मल्हूपुरा में लोगों से अपील की गई है कि ईदगाह में जगह कम पड़ने के चलते मुस्लिम लोग मस्जिदों में भी नमाज अदा करें। इसके चलते शहर कोतवाली क्षेत्र के लद्धावाला में मस्जिद बैतुल मुकर्रम में सुबह 5.45, नबी ए करीम मस्जिद में सुबह 7.15, मस्जिद आयशा शाहबुद्दीनपुर में 7.15 पर ईद की नमाज अदा होगी। इसी तरह खालापार में मस्जिद फक्करशाह व एक मीनार एवं अजमत अली में सुबह 6.00 बजे नमाज होगी। मस्जिद नई आबादी किदवई नगर में दीनी मस्जिद पर प्रात: 7.10, रहीमिया मस्जिद पर प्रात: 6.00 बजे तथा जमियत उल राईन मस्जिद में 7.00 बजे सुबह ईद की नमाज अदा होगी। नमाज की तैयारियों के लिए इन मस्जिदों में वजु के लिए पानी, नमाज के लिए अतिरिक्त सफ तथा हवा व धूप आदि से बचाव के लिए शामियानों का इंतजाम किया जा रहा है।
क्या कहते हैं शहर मुफ्ती जुल्फिकार हुसैन
ईदगाह में जगह कम पड़ने पर नमाज सड़कों पर अदा न कर मस्जिदों में अदा करने की अपील की जा रही है। शहर मुफ्ती जुल्फिकार हुसैन फरमाते हैं कि मुल्क के कानून के हिसाब से यह सही है। उनका कहना है कि ईदगाह के आसपास रिहायशी बस्तियों के बसने के कारण जगह कम पड़ती जा रही है। वर्षों से ईद की नमाज जगह कम होने के कारण ईदगाह के साथ आसपास सड़कों पर भी अदा होती रही है। यह एक परंपरा भी है, लेकिन हुकुमत का कानून मानना प्रत्येक नागरिक का फर्ज है। इसलिए नमाज सड़क पर अदा न यदि सिर्फ ईदगाह और मस्जिदों में अदा की जाए तो बेहतर रहेगा।