Amarnath Tragedy Video: अचानक एक तेज आवाज हुई; जब तक किसी को कुछ समझ में आया, बाढ़ आ गई और चीख-पुकार मच गई

Amarnath Tragedy Video: Suddenly there was a loud sound; By the time someone understood something, there was a flood and there was a scream
Amarnath Tragedy Video: Suddenly there was a loud sound; By the time someone understood something, there was a flood and there was a scream
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सोनमर्ग। जम्मू-कश्मीर में श्री अमरनाथ गुफा के पास अचानक आई मूसलधार बारिश के चलते मलबे के तेज बहाव में 13 श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि 48 अन्‍य घायल हैं। शुक्रवार शाम को करीब साढ़े पांच बजे आई इस आपदा में अभी भी लगभग 35 लोग लापता हैं जिनकी तलाश की जा रही है। मृतकों में तीन महिलाएं हैं जबकि पांच यात्रियों को बचा लिया गया है। बताया जाता है कि गुफा के पास दो घंटे के भीतर ही करीब 31 एमएम वर्षा दर्ज की गई साथ ही पत्थर और भारी मात्रा में मलबा ऊपर से नीचे आया। सैलाब में करीब 30 कैंप और तीन लंगर तबाह हो गए। जानिये प्रत्‍यक्षदर्शियों की जुबानी हादसे की पूरी कहानी…

समाचार एजेंसी एएनआइ से एक प्रत्‍यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक तेज धमाके के साथ बारिश का ऐसा सैलाब आया कि किसी को कुछ समझने का मौका ही नहीं मिला। सभी सन्‍न रह गए जब संभले तो हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा था। सैलाब में लोग बहे जा रहे थे। उनके सामान और टेंट सब कुछ बह रहे थे। 10 मिनट के बाद ही हमें आठ लोगों के मारे जाने की जानकारी मिल गई थी। यूपी हरदोई के निवासी श्रद्धालु ने बताया कि उनकी टीम के सभी नौ लोग सुरक्षित हैं।

एक श्रद्धालु ने बताया कि अमरनाथ गुफा की एक साइड से तेज आवाज के साथ ही मलबे के साथ सैलाब आया और भगदड़ मच गई। भारी भीड़ थी पहाड़ों से पत्‍थर गिर रहे थे। जब पानी बंद हुआ तो लोगों को निकाले जाने का काम शुरू हुआ। माहौल बहुत डरावना था। कई लोगों का अभी भी पता नहीं चला है। श्रद्धालु ने बताया कि बालटाल लौटते समय उन्हें कई जगह मलबे में लोगों के वस्‍त्र दिखे। सेना और एनडीआरएफ के साथ अर्धसैनिक बलों के जवान लोगों की मदद कर रहे हैं।

भोले बाबा की आरती गाई जा रही तभी…
एक यात्री ने बताया कि पवित्र गुफा में शाम को भोले बाबा की आरती गाई जा रही थी। आरती खत्‍म होने वाली थी तभी सूचना जारी की गई कि बाहर बादल फटा है। श्रद्धालु जहां पर हैं, वहीं पड़े रहें। गुफा में करीब 19 लोग थे। प्रशासन ने किसी को गुफा से बाहर नहीं जाने दिया। ढाई घंटे तक सभी गुफा में रहे। इस दौरान लोग भोले नाथ का सिमरन कर रहे थे। लगातार हेलिकाप्टर लैंड कर रहे थे। श्रद्धालुओं को बचाने का काम जारी था। मलबे का बहाव रुकने के बाद सभी को बाहर आने दिया गया।

पलभर में सबकुछ हो गया था तबाह
एक श्रद्धालु ने बताया कि लगभग शाम के पांच बज रहे होंगे अचानक आसमान में बादल छाने लगे। थोड़ी ही देर में बूंदाबांदी शुरू हो गई। करीब 10 मिनट भी नहीं बीता था कि भयानक कड़कती आवाज के साथ मूसलधार बारिश का बहाव दिखा। पवित्र गुफा के पीछे से पत्थरों के साथ मलबे का तेज बहाव पलभर में सबकुछ तहस नहस करता चला गया। लोगों की चीखें गूंजने लगी और जिसे जहां जगह मिली भागता नजर आया। बारिश केवल 15 मिनट रही लेकिन टेंट लंगर सबकुछ तबाह हो चुके थे। लोग बदहवास थे।