राजस्थान में एक और ‘लव जिहाद’ की दास्तां, FB पर दोस्ती कर हिंदू लड़की को बनाया ‘आयशा’

Another story of 'Love Jihad' in Rajasthan, after befriending a Hindu girl on FB, she became 'Ayesha'
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Bharatpur News: नोएडा के अस्पताल में जीएनएम का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही लड़की को फेसबुक के माध्यम से दोस्ती कर प्रेम जाल में फंसा कर निकाह कर मारपीट कर पीड़ित करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने प्रेमी युवक को पकड़ लिया है तथा बालिका को परिवारजन अपने साथ लेकर अपने घर उत्तर प्रदेश चले गए. पूरा मामला डीग जिले के कैथवाड़ा थाना इलाके का है.

उत्तर प्रदेश की 20 वर्षीय लड़की नोएडा के सेक्टर 110 में यथार्थ अस्पताल में जीएनएम का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही थी. कामां क्षेत्र के झेझपुरी निवासी मुबारक से फेसबुक पर बालिका की दोस्ती हो गई. मुबारक में बालिका को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया. 1 सितंबर 2023 को मुबारक लड़की को यथार्थ हॉस्पिटल से लेकर सीकरी थाना क्षेत्र के बेला गांव में परिचित के यहा आ गया. गांव बेला में पीड़ित लड़की को रखने के बाद करीब 10 दिन बाद निकाह करते हुए लड़की का नाम परिवर्तित कर आयशा कर दिया गया. मुबारक बालिका को निकाह पढ़ने के बाद अपने घर झेझपुरी लेकर आ गया और आयशा नाम से ही सभी लोग बालिका को संबोधित करने लग गए.

मुबारक और उसकी मां लड़की को हिंदू देवी देवताओं की पूजा नहीं करने, नमाज पढ़ने के लिए दबाव देते और मारपीट करते थे. यहां तक की लड़की को मांसाहार का सेवन भी करा दिया. रमजान के महीने में लड़की को रोजा रखने के लिए दबाव देते हुए बाध्य किया गया. लड़की ने रोजा नहीं रखा तो मारपीट करते हुए लहूलुहान कर दिया गया. लड़की को गांव में किसी से मिलने भी नहीं देते थे ना ही कहीं आने-जाने देते थे. यहां तक की लड़की को कोई फोन भी नहीं दिया गया.

कामां थाना पुलिस को सूचना दे दी
जब मुबारक का फोन चार्जिंग में लगा हुआ था तो मौका देखकर सोमवार को लड़की ने अपने परिवार जनों को सूचना दी. इसके बाद पीड़िता के परिवारजन झेझपुरी गांव पहुंचे और लड़की को अपने साथ ले जाने के लिए कहने लगे. जिस पर मुबारक ने लड़की को भेजने से मना कर दिया और लड़की को कामां तहसील कार्यालय में लाकर लड़की को धर्म परिवर्तन करते हुए झेझपुरी गांव रखने के लिए ही लिखा पढ़ी करने लग गए. इसके बाद लड़की के परिवार जनों ने कामां थाना पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस ने मौके से पहुंचकर लड़की और मुबारक को थाने ले आई. पुलिस ने लड़की को परिवारजनों को सुपुर्द कर दिया तथा मुबारक से पुलिस पूछताछ कर रही है.

भाई को देखते ही फूट-फूट कर रोने लगी लड़की
पीड़ित लड़की कामां थाने पर अपने भाई को देखते ही भाग कर उसके गले लग गई और फूट-फूट कर रोने लग गई. भाई ने अपनी बहन को चुप करते हुए हिम्मत देकर उसे अपने गले से ही लगा लिया. यह नजारा मौके पर मौजूद सभी लोग देखकर हैरान रह गए की दोनों भाई-बहन में कितना प्रेम है और बहन ने अपनी सात महीने की दर्द भरी पूरी दास्तान भाई व अपने परिवारजनों को रोते हुए सुनाई बहन के शरीर पर चोटों के निशान देखकर भाई-बहन अन्य परिवार जनों की आंखों से भी आंसू टपकने लग गए.

मुबारक ने पीड़िता को एक कमरे में रखता था
मुबारक ने पीड़ित लड़की से निकाह करने के बाद उसे पर अपनी पाबंदी लगाते हुए घर से निकलने एवं आना-जाना बंद कर दिया था. सात महीने में कभी जब भी बालिका को घर से बाहर ले जाया गया तो सिर्फ मुबारक की मां के साथ खेतों पर भेजा गया था. बाकी 7 महीने का समय बालिका का एक कमरे में ही निकल गया. नमाज पढ़ने एवं रोजी रखने के लिए पीड़िता के साथ मुबारक और उसकी मां प्रतिदिन मारपीट करते थे. रमजान के महीने में पीड़िता ने रोज नहीं रखें तो पीड़िता को पीट-पीट कर लहू लुहान कर दिया. पीड़िता के चेहरे आंख सहित शरीर पर अन्य जगह मारपीट करने के निशान बने हुए हैं.

मुबारक ने पीड़िता की पढ़ाई भी छुड़ाई
पीड़िता नोएडा में जीएनएम का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही थी. मुबारक ने पीड़िता को अपने प्रेम जाल में फंसा कर पढ़ाई नहीं करने के लिए मन कर दिया. शिक्षा से संबंधित सभी दस्तावेज मुबारक ने अपने पास की रखी हुई है और पीड़िता को पढ़ाई के लिए नोएडा नहीं जाने दिया. पीड़िता का सपना था कि पढ़ाई करने के बाद चिकित्सा सेवा में पहुंचकर गरीब और दिन दुखी लोगों की सेवा कर सके.