जयपुर. राजस्थान में आयकर विभाग ने अब तक की सबसे बड़ी छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया है. राजस्थान के जेकेजे ज्वेलर्स ग्रुप के ठिकानों पर आयकर विभाग की ओर से मारे गए छापों में 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की ब्लैक मनी का खुलासा हुआ है. जेकेजे ज्वेलर्स और उससे जुड़े जोशी समूहों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने पांच दिन तक सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान सामने आया कि जेकेजे ज्वेलर्स ने 130 किलो सोना तो ब्लैक मनी से ही खरीदा है.
आयकर विभाग के अधिकारियों के अनुसार जेकेजे ज्वेलर्स और उससे जुड़े जोशी ग्रुप पर छापामारी की कार्रवाई शनिवार शाम को पूरी कर ली गई है. सर्च ऑपरेशन में 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की ब्लैक मनी के कारोबार खुलासा हुआ है. छापामारी में ज्वेलर्स की ओर से ब्लैक मनी से खरीदा गया 130 किलो सोना मिला है. वहीं JKJ ज्वैलर्स ग्रुप के स्टॉक में कई बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं. जेकेज ग्रुप की कालेधन से 669 करोड़ रुपये की बिक्री पकड़ी गई है. ग्रुप की कंपनियों से 15 करोड़ रुपये के फर्जी ऋण पकड़ा गया है.
ब्लैक मनी से ज्वेलरी खरीदने वालों से भी होगी पूछताछ
जेकेजे ज्वेलर्स से जुड़े जोशी ग्रुप से बड़े पैमाने पर बेहिसाब नकद लेनदेन का डेटा मिला है. जॉर्जिया में अचल संपत्ति के रूप में विदेशी संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं. आपत्तिजनक सबूतों के साथ हार्ड डिस्क और अन्य साक्ष्य जब्त किए गए हैं. कार्रवाई के दौरान जेकेजे और जोशी समूह के संचालकों के बयान दर्ज किए गए हैं. उसके बाद अब सर्च टीमें वापिस आ गई हैं. अब आयकर विभाग ब्लैक मनी से 670 करोड़ की ज्वेलरी खरीदने वाले उसके कस्टमर्स को नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब करेगा.
डॉक्यूमेंट्स और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जाएगी
इस ब्लैक मनी से ज्वेलरी खरीदने वालों में प्रदेश की कई राजनीतिक हस्तियां, बड़े ब्यूरोक्रेट्स, व्यापारी और उद्यमी शामिल हैं. आयकर विभाग इन सभी खरीददारों से ब्लैक मनी के सोर्स के बारे में पूछताछ करेगा. JKJ ग्रुप के जरिए हवाला करने वालों पर भी PMLA एक्ट में ED को सूचना देकर कार्रवाई हो सकती है. अब सभी डॉक्यूमेंट्स और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जाएगी.