लावारिस बच्चे को लेकर रात भर घूमते रहे BJP विधायक, 25 बार अधिकारी को मिलवाया फोन

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रामपुर। भाजपा विधायक आकाश सक्सेना का मंगलवार रात सरकारी व्यवस्था से सामना हुआ। 25 बार फोन मिलवाने के बाद भी जिला प्रोबेशन अधिकारी (डीपीओ) लवकुश भार्गव का फोन रिसीव नहीं हुआ। विधायक लावारिस बच्चे को लेकर रात में घंटों घूमते रहे, लेकिन कई कर्मचारी गायब मिले। पुलिस आवास पर पहुंची तो वहां भी ताला लटका हुआ था।

विधायक की शिकायत के बाद डीएम जोगेन्दर सिंह ने डीपीओ से खंड विकास अधिकारी का अतिरिक्त कायर्भार वापस ले लिया है। जांच कराने की बात भी कही है। मंगलवार रात दो वर्षीय लावारिस बच्चा मिला।

विधायक ने डीपीओ को 25 बार मिलवाया फोन
शहर विधायक पहुंचे तो बच्चे को बुखार था। विधायक ने सहयोगी से 11.30 बजे से रात करीब दो बजे तक डीपीओ को 25 बार फोन कराया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। विधायक ने खुद ही जिला अस्पताल में बच्चे का उपचार कराने का दावा किया।

विधायक का कहना है कि जिला अस्पताल स्थित चाइल्ड लाइन में भी कोई कर्मचारी नहीं मिला। राजकीय शिशु सदन में अधीक्षक रामेंद्र शेखर को घर से बुलवाया गया। उपस्थिति रजिस्टर से पता चला कि डीपीओ जून महीने में एक भी दिन शिशु सदन नहीं गए हैं।

विधायक की शिकायत पर होगी कार्रवाई
विधायक ने बुधवार सुबह डीएम को पूरे मामले से अवगत कराया है। डीएम का कहना है कि लवकुश भार्गव के पास खंड विकास अधिकारी का अतिरिक्त चार्ज था। वह वापस ले लिया गया है। विधायक की शिकायत पर जांच कर कार्रवाई कराई जाएगी।

इस संबंध में डीपीओ लवकुश भार्गव का कहना है लू लगने के कारण तीन दिन से उनकी तबीयत भी खराब है। मिस काल पर उन्होंने फोन किया, लेकिन किसी ने बात नहीं की। थाने से फोन आते ही चाइल्ड लाइन से शिवम नामक कर्मचारी थाने गया था। बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया। खंड विकास अधिकारी अतिरिक्त चार्ज हटाने के लिए खुद उन्होंने ही जिलाधिकारी से आग्रह किया था।