दिल्ली में तिगुनी हो सकती हैं BJP की सीटें, MCD हारकर भी मिली संजीवनी?

BJP's seats can triple in Delhi, got Sanjeevani even after losing MCD?
BJP's seats can triple in Delhi, got Sanjeevani even after losing MCD?
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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) भले ही चुनाव हारकर दिल्ली नगर निगम (MCD) की सत्ता से बेदखल हो गई हो लेकिन उसे इस हार में भी उम्मीद की एक किरण नजर आ रही है। अगर आज की स्थिति में दिल्ली में विधानसभा चुनाव हो और मतदाताओं का वोट करने का यही पैटर्न रहा तो 70 सदस्यों वाली दिल्ली विधानसभा में बीजेपी 24 सीटें जीत सकती है, जो 2020 की तुलना में 16 सीट ज्यादा है। दूसरी तरफ आप को 41 सीटें मिल सकती हैं, जो 2020 की तुलना में 21 सीटें कम हैं।

साल 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 8 सीटें जीती थीं, जबकि आम आदमी पार्टो को 62 सीटें मिली थीं। 2015 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 2020 में आप को पांच सीटों का नुकसान हुआ था, जबकि बीजेपी को पांच सीटों का फायदा हुआ था। बीजेपी को नई संजीवनी मिलने का आधार वोट परसेंट है। पिछले दिनों हुए एमसीडी चुनावों में कुल 50.48 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो 2017 में हुई 53.6 फीसदी से कम है। हालांकि, 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में मतदान का प्रतिशत 62.59 रहा था।

एमसीडी चुनाव के लिए, सभी 250 वार्डों में कुल 1.45 करोड़ से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं। आप ने इस चुनाव में 134 सीटें जीतकर 15 साल से एमसीडी पर राज कर रही बीजेपी को सत्ता से बेदखल करते हुए उसे 104 वार्डों में सीमित करते हुए दूसरे नंबर पर धकेल दिया है। एमसीडी चुनाव में आप को कुल 42.05 फीसदी वोट शेयर मिले हैं , जो 2017 की तुलना में 17 फीसदी ज्यादा है।

भाजपा ने भी 2017 की तुलना में अपने वोट शेयर में 3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। उसे कुल 36.08 फीसदी वोट शेयर हासिल हुए हैं। हालांकि, 2017 में दिल्ली नगर निगम के तीन निगमों में अलग-अलग चुनाव हुए थे। इस बार तीनों नगर निगमों – उत्तर, दक्षिण और पूर्वी दिल्ली- के विलय और 272 से 250 वार्ड किए जाने के बाद हुए हालिया के मद्देनजर परिसीमन के साथ ये चुनाव हुए हैं।

बीजेपी के इम्प्रीत बख्शी ने ‘दि प्रिंट’ को बताया कि एमसीडी चुनावों में उनकी पार्टी का बढ़ा वोट शेयर इस बात का सबूत है कि अगले विधानसभा चुनाव में आप का सूपड़ा साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा, “2025 के विधानसभा (चुनाव) में, बीजेपी का वोट शेयर 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। 15 साल की सत्ता विरोधी लहर के बाद भी बीजेपी के वोटरों ने पार्टी नहीं छोड़ी और हमारा वोट शेयर बढ़ा ही है।” बख्शी ने कहा, “हम 16 से ज्यादा सीटें सिर्फ 1,000 वोटों के अंतर से हारे हैं।”