मध्यप्रदेश निकाय चुनाव नजीतों से BJP-कांग्रेस दोनों खुश, तो किस पार्टी को मिली हार?

Both BJP and Congress are happy with the victory of Madhya Pradesh civic elections, then which party got the defeat?
Both BJP and Congress are happy with the victory of Madhya Pradesh civic elections, then which party got the defeat?
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Madhya Pradesh Urban Body Election Result 2022: मध्य प्रदेश में हुए नगरीय निकाय के पहले चरण के चुनाव के नतीजे सामने हैं. इन नतीजों पर सत्ताधारी दल भाजपा (BJP) और विरोधी दल कांग्रेस (Congress) दोनों खुशियां मना रहे हैं और अपनी-अपनी जीत करार दे रहे हैं. सवाल उठ रहा है कि अगर दोंनों दल जीते है तो फिर हारा कौन? राज्य में नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण में 11 नगर निगम सहित 133 नगरीय निकाय में चुनाव हुए थे.

किस पार्टी ने कितनी सीटों पर दर्ज की जीत
मध्य प्रदेश नगरीय निकाय के इस पहले चरण के नतीजे आ गए हैं, जहां पिछले चुनाव में सभी 11 नगर निगम भाजपा के कब्जे में थे, तो वहीं इस बार के नतीजों में उसके हिस्से में सात नगर निगम आए हैं, वहीं तीन स्थानों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इसके अलावा एक स्थान पर आम आदमी पार्टी का महापौर निर्वाचित हुआ है.

चुनाव नतीजों से दोनों पार्टियां खुश
मध्य प्रदेश निकाय चुनाव के पहले चरण के चुनावी नतीजों की दोनों ही राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस अपने-अपने तरह से व्याख्या करने में लगे हैं. दोनों ही दलों ने अपने-अपने दफ्तरों में जीत का जश्न भी मनाया. भाजपा सात नगर निगम के साथ नगर पालिका और नगर परिषद में अपनी बड़ी जीत का दावा कर रही है, तो दूसरी ओर कांग्रेस तीन महापौर की जीत को बड़ी सफलता करार दे रही है. कांग्रेस का कहना है कि कि साल 2014 में तो हम शून्य पर थे अब तो कम से कम तीन पर आ गए हैं.

शिवराज सिंह चौहान ने जीत को बताया ऐतिहासिक
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा, साल 2003 के बाद से जब से मध्यप्रदेश में हमने सरकार बनाई है, निकाय चुनाव में ऐसी शानदार जीत कभी नहीं मिली. चुनाव हम पहले भी जीतते थे, लेकिन उसमें जीत का अनुपात 55-45 का ही रहता था, लेकिन इस बार हमने 80 प्रतिशत सीटों पर जीत हासिल की है.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘यह जीत ऐतिहासिक है. जिन 86 नगर पंचायतों के परिणाम घोषित हुए हैं, उनमें से 64 में हमने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है. 36 नगर पालिकाओं में से 27 में हमें पूर्ण बहुमत मिला है और पांच में निर्दलियों के साथ मिलकर नगर सरकार बनाने जा रहे हैं.’

कमल नाथ ने बताया- बड़ी सफलता
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ (Kamalnath) ने कांग्रेस के तीन महापौर जीतने पर इसे बड़ी सफलता बताते हुए कहा, ‘साल 2004 में दो महापौर थे, साल 2009 में तीन और साल 2014 में शून्य पर थे. यह सबको पता है, इस बार तीन सीटें जीती है, वास्तव में भाजपा से तीन सीटें छीनी हैं, फिर भाजपा किस बात का जश्न मना रही है.’

राजनीतिक विश्लेषकों की क्या है राय
बीजेपी और कांग्रेस द्वारा अपनी-अपनी जीत बताने पर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि, जो नतीजे आए हैं वह दोनों दलों को थोड़ी-थोड़ी खुशी तो देने वाले हैं. बीजेपी और कांग्रेस नतीजों को अपने-अपने तरह से नतीजों को परिभाषित करते हैं. कुल संख्या देखी जाए तो भाजपा को खुश होने का कारण है, मगर वर्ष 2014 के नतीजों से तुलना करें तो कांग्रेस को खुश होने का असर है. कुल मिलाकर दोनों दल अपने अपने तरह से नतीजों को ले रहे हैं और खुशी मना रहे हैं