बिहार में बीजेपी नेता के घर पर चला बुलडोजर

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शेखपुरा। उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार में भी बुलडोजर चर्चे में है। बिहार के शेखपुरा में भारतीय जनता पार्टी के नेता के घर पर बुलडोजर चला है। शेखपुरा जिला उपाध्यक्ष अरविंद सिंह के मकान पर बुलडोजर अनुमंडल पदाधिकारी निशांत के आदेश पर चलाया गया। बुलडोजर चलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रशासन पर कार्रवाई से पहले नोटिस नहीं देने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण था तो तोड़ा गया और आगे भी एक्शन जारी रहेगा।

शेखपुरा नगर परिषद में चला बुलडोजर
शेखपुरा नगर परिषद में बिजली ऑफिस के सामने बीजेपी जिला उपाध्यक्ष अरविंद सिंह का मकान है। कई सालों से गैरमजरूआ जमीन को लेकर यहां विवाद चल रहा है। बीजेपी नेता के मुताबिक यह पूरा मामला कोर्ट में विचाराधीन है। अरविंद सिंह का आरोप है कि बुधवार की दोपहर शेखपुरा के अंचलाधिकारी ओमप्रकाश, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रभात रंजन बुलडोजर लेकर पहुंचे और अचानक से घर को गिराने लगे। उन लोगों ने अतिक्रमण का आरोप लगाया। जबकि इससे पहले कोई सूचना नहीं दी गई थी। घर पर केवल महिलाएं ही थी। जब बीजेपी नेता को इसकी सूचना मिली तो भागे-भागे आए। इसको लेकर अनुमंडल पदाधिकारी निशांत से मिलने अपने संगठन के नेताओं के साथ मिलने गए तो उन्होंने साफ कहा कि अतिक्रमण है इसलिए तोड़ा जा रहा है।

उधर, अरविंद सिंह की पत्नी हीरा देवी का आरोप है कि उन्हें पहले कोई नोटिस नहीं दी गई थी। अचानक से बुलडोजर से घर के हिस्से को तोड़ा जाने लगा। घर को तोड़े जाने से उनको भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि आसपास सभी जमीन विवादित है। कोर्ट में मामला चल रहा है।

भाजपा उपाध्यक्ष पवन किशोर भी बुलडोजर के हुए शिकार
बरबीघा नगर परिषद के श्री कृष्ण चौक से सरमेरा के नेशनल हाईवे पर एक ओवरलोड अनियंत्रित आटो ने तेज रफ्तार हाईवा में सामने से टक्कर मार दी। चार दिन पहले इस टक्कर में तीन बच्चियों की मौत हो गई थी। पुलिस के सामने ही हाईवा को आग के हवाले कर दिया गया। हाईवा जिला उपाध्यक्ष पवन किशोर सिंह की थी। पुलिस केस होने की वजह से जिसे रोड से हटाने के लिए पुलिस की अनुमति अनिवार्य थी। पवन किशोर ने बताया कि अनुमति मिलने के बाद बुधवार की शाम में हाईवा को रोड से हटाने के लिए जब गए तो नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार बुलडोजर लेकर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी हाईवा गाड़ी को 25 फीट नीचे गड्ढे में पलट दिया गया। इस वजह से अब उन्हें इंश्योरेंस मिलने में परेशानी होगी।

वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी निशांत ने बताया कि शेखपुरा नगर परिषद में अतिक्रमण को लेकर यह कार्रवाई की गई है। न्यायालय में विचाराधीन बहुत सारे मामले पड़े हुए हैं। सरकारी आदेश पर ही यह किया गया है। बरबीघा के मामले में उन्होंने कहा कि सड़क पर हाईवा खड़ी रहने से परेशानी हो रही थी इसलिए उसे हटाया गया है।