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हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने सीएम मनोहर लाल खट्टर को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हमारे यहां के नाकारा पशुओं को खट्टर कहा जाता है। हरियाणा में इस समय लुटेरों की सरकार है और इसमें मेरा पोता दुष्यंत चौटाला भी शामिल है।
पूर्व सीएम, सोमवार को चौधरी देवीलाल के जन्मदिवस पर 25 सितंबर को जींद में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए, कार्यकर्ताओं को आमंत्रित करने पानीपत पहुंचे थे। चौटाला, मुख्यमंत्री द्वारा किसान महापंचायत को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे पशु जब नाकारा हो जाते हैं तो हम उनको खट्टर कहते हैं। ये भी एक तरह का नाकारा पशु है और मैं उसकी बात नहीं करना चाहता।
प्रदेश की एनडीए सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा की मौजूदा सरकार एक तरह से लुटेरों की सरकार है और इस सरकार में उनका पोता दुष्यंत चौटाला भी शामिल है। करनाल में हुए किसानों पर लाठीचार्ज को को लेकर भी उन्होंने सरकार पर हमला बोला।
इधर किसानों पर 28 अगस्त को हुए पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ करनाल में मंगलवार को ‘‘मिनी सेक्रेटेरिएट’ (छोटे सचिवालय) का घेराव करने’’ के कार्यक्रम से एक दिन पहले प्रशासन ने जिले में सोमवार को लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया। अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने दण्ड प्रक्रिया संहिता (सीआपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया। हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चादुनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने सोमवार को कहा कि मंगलवार को यहां एक भव्य पंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसके बाद किसान छोटे सचिवालय का घेराव करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ किसान मंगलवार सुबह करनाल की नई अनाज मंडी में एकत्रित होंगे।’’ कृषि कानूनों का विरोध कर रहे विभिन्न किसान संगठनों की नेतृतव कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने मांगे पूरी नहीं होने पर सात सितंबर को करनाल में ‘मिनी सेक्रेटेरिएट’ की घेराबंदी करने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि हरियाणा पुलिस ने 28 अगस्त को भाजपा की एक बैठक में जा रहे नेताओं का विरोध करते हुए एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर कथित तौर पर यातायात बाधित करने वाले किसानों के एक समूह पर लाठीचार्ज किया था। इसमें 10 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।