संदीप सिंह मामले में पहली बार बोले सीएम मनोहर लाल, कहा-आरोप लगाने से कोई दोषी नहीं हो जाता

CM Manohar Lal spoke for the first time in the Sandeep Singh case, said – No one becomes guilty by making allegations
CM Manohar Lal spoke for the first time in the Sandeep Singh case, said – No one becomes guilty by making allegations
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चंडीगढ़: हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर महिला कोच के आरोपों पर सीएम मनोहर लाल ने बयान दिया है। सीएम ने कहा कि एक महिला खिलाड़ी ने संदीप सिंह के ऊपर व्यर्थ आरोप लगाया है। आरोप लगाने से कोई व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता। चंडीगढ़-हरियाणा पुलिस छानबीन कर रही है, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। निष्पक्ष जांच के लिए उनको खेल मंत्री के पद से हटाया गया है।

आलाकमान भी कर रहा मामले की मॉनिटरिंग
हरियाणा सरकार में मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भाजपा आलाकमान ने इस मामले पर नजरें गड़ा दी हैं। इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस की जांच ही अंतिम मानी जाएगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश के नेताओं से बातचीत कर घटनाक्रम का जायजा लिया है।

सूत्रों के मुताबिक हरियाणा प्रभारी बिप्लब देब और प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ की भी इस संदर्भ में बातचीत हो चुकी है। महिला कोच की शिकायत और मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ही तीनों नेताओं ने आपस में बातचीत की है। इसमें इंस्टाग्राम चैट पर भी गहन मंथन हुआ है। अगर महिला कोच के आरोपों में किसी भी तरह का कोई साक्ष्य सामने आया तो संदीप सिंह की मंत्रिमंडल से छुट्टी तय है।

विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने संदीप सिंह से जो बात की है उसकी रिपोर्ट सीएम तक पहुंच गई है। गुप्ता भले ही यह कहें कि वे खेल स्टेडियम की बात करने के लिए गए थे लेकिन तथ्य यह है कि इससे पूर्व वे कितने मंत्रियों के घर अपने हलके के काम को लेकर गए हैं। वैसे भी स्पीकर का प्रोटोकॉल मंत्री से ऊपर होता है।

सरकार पर बढ़ रहा बर्खास्तगी का दबाव
हरियाणा सरकार पर राज्य मंत्री संदीप सिंह की बर्खास्तगी का लगातार दबाव बढ़ रहा है। सामाजिक और राजनीतिक संगठन पहले से ही मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोले हैं। वहीं अब इसमें खाप पंचायत भी खुलकर सामने आ गई है। सोमवार को झज्जर के गांव डाबला में धनखड़-12 खाप ने सरकार को छह दिन का अल्टीमेटम दिया और कहा कि अगर मंत्री को बर्खास्त कर गिरफ्तार नहीं किया गया तो पंचायत आंदोलन करेगी।

चंडीगढ़ पुलिस द्वारा छेड़छाड़ समेत विभिन्न धाराओं में केस करने के बाद मंत्री ने नैतिकता को आधार बता खेल विभाग छोड़ दिया लेकिन अभी तक मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है। सोमवार को चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी को मंत्री से पूछताछ करनी थी। सुबह से शाम तक मंत्री के आवास के बाहर दिनभर मीडिया का जमावड़ा रहा है लेकिन एसआईटी पूछताछ करने नहीं पहुंची।

लंबी लड़ाई के मूड में महिला कोच, विभाग से ली 10 दिन की छुट्टी
मंत्री के खेल विभाग छोड़ने से महिला कोच संतुष्ट नहीं है। महिला कोच मंत्री की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गई है। मंत्री के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के लिए सोमवार को महिला कोच ने खेल विभाग से 10 दिन की छुट्टी मांगी है। महिला ने छुट्टियों के लिए निजी कारण बताया है। खेल विभाग ने 10 दिन की छुट्टी स्वीकृत भी कर दी है। महिला का कहना है कि वह न्याय मिलने तक लड़ाई लड़ेगी और किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगी। कानून पर विश्वास है कि न्याय दिलाया जाएगा।