नीतीश कैबिनेट विस्तार में जातीय समीकरण का संगम, NDA ने सवर्णों को साधा

Confluence of caste equations in Nitish cabinet expansion, NDA favors upper castes
इस खबर को शेयर करें

पटना: बिहार में नीतीश कैबिनेट विस्तार में (Bihar Cabinet Expansion) सामाजिक न्याय का प्रभाव दिखा है। नीतीश कैबिनेट में कई नए चेहरों को शामिल किया गया है। वहीं कुल मिलाकर जातीय समीकरण के प्रभाव को भी मंत्रिमंडल पर देखा जा सकता है। बीजेपी ने सवर्णों के अलावा एक दलित और अति-पिछड़ा और पिछड़ों को जगह दी है। जेडीयू में सबसे ज्यादा दलित और अति-पिछड़ा का जगह दी गई है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश नेतृत्व से मिलकर मंत्रियों की सूची बनाने में सामाजिक न्याय का पूरा ख्याल रखा है। लगभग प्रमुख जातियों का समीकरण बनाकर एक संतुलित मंत्रियों की सूची बनाई गई। कहा जा रहा है कि ये सूची पूरी तरह से लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बनाई गई है।

नए चेहरों को जगह
बीजेपी की ओर से नए चेहरों को इसमें शामिल किया गया है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अति-पिछड़ा और पिछड़ा वर्ग के नेताओं को कैबिनेट में जगह दी है। वहीं कई नेता, जो लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए भी आतुर थे, उन्हें मंत्रिपद देकर शांत करने की कवायद की गई है। बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही इशारा किया था कि मंत्रिपरिषद के विस्तार में युवाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा और कुछ ऐसे चेहरे भी होंगे जो पहली बार मंत्री बनेंगे। ऐसे चेहरों में संतोष सिंह को जगह दी गई है। ये राजपूत समाज से आते हैं। उसके बाद केदार प्रसाद गुप्ता जो वैश्य समुदाय से आते हैं। इन्हें भी जगह मिली है। डॉ. दिलीप जायसवाल भी पिछड़ा समाज से आते हैं। हरी साहनी को जगह दी गई है। ये मल्लाह समाज से आते हैं। हरी साहनी को मुकेश साहनी के सियासी काट के रूप में देखा जा रहा है।

मंत्रियों के नाम पार्टी जाति
रेणु देवी बीजेपी (नोनिया) अति पिछड़ा
मंगल पांडेय बीजेपी (ब्राम्हण) सवर्ण
नीरज कुमार सिंह बीजेपी (राजपूत) सवर्ण
नितीन नवीन बीजेपी (कायस्थ) सवर्ण
दिलीप जायसवाल बीजेपी (वैश्य) पिछड़ा
संतोष सिंह बीजेपी (राजपूत) सवर्ण
जनक राम बीजेपी (चमार) दलित
केदार प्रसाद गुप्ता बीजेपी (वैश्य) पिछड़ा
हरी सहनी बीजेपी (मल्लाह) अति पिछड़ा
कृष्णनंदन पासवान बीजेपी (पासवान) दलित
सुरेन्द्र मेहता बीजेपी (कुशवाहा) पिछड़ा
नीतीश मिश्रा बीजेपी (ब्राम्हण) सवर्ण
अशोक चौधरी जेडीयू (पासी) दलित
लेसी सिंह जेडीयू (राजपूत) सवर्ण
महेश्वर हजारी जेडीयू (पासवान) दलित
जयंत राज जेडीयू (कुशवाहा) पिछड़ा
सुनील कुमार जेडीयू (चमार) दलित
जमा खान जेडीयू (पठान) सवर्ण मुस्लिम
शीला मंडल जेडीयू (धानुक) अति पिछड़ा
रत्नेश सदा जेडीयू (मुसहर) दलित
मदन सहनी जेडीयू (मल्लाह) अति पिछड़ा
बीजेपी के नए चेहरे
उसके अलावा बीजेपी के नए चेहरों में कृष्ण नंदन पासवान को जगह मिली है, जो दलित समाज से आते हैं। साथ ही सुरेंद्र मेहता को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। पुराने चेहरे में रेणु देवी, मंगल पांडेय, नितिन नवीन, नीतीश मिश्र और नीरज बबलू शामिल किए गए है। ये सारे चेहरे मंत्री पद संभाल चुके है। इसके पहले नीतीश मिश्रा जदयू कोटे से मंत्री बने थे। रेणु देवी तो इसके पहल डिप्टी सी एम बनी थी। पुराने चेहरों में जो रिपीट नहीं हो सके उनमें प्रमुख नाम तार किशोर प्रसाद, रामसूरत राय, जीवेश मिश्रा प्रमुख रूप से शामिल हैं। बीजेपी के सूत्रों की मानें, तो सभी नामों पर काफी सोच-समझकर मुहर लगाई गई है। इस लिस्ट को लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भी तैयार किया गया है।