छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रही इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों की डिमांड, केंद्र और राज्य सरकार देर ही सब्सिडी

Demand for electronic vehicles increasing rapidly in Chhattisgarh, Central and State government subsidy late
Demand for electronic vehicles increasing rapidly in Chhattisgarh, Central and State government subsidy late
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कोरबा: देशभर में इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में तेजी आई है. छत्तीसगढ़ की ईंधन राजधानी कोरबा में भी इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. लोग अब पेट्रोल-डीजल की गाडिय़ों के मुकाबले बिजली से चार्ज होने वाली इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं. लोगों की माने तो उन्हें इलेक्ट्रॉनिक गाड़ी खरीदने में काफी रियायत और चलाने में काफी राहत मिल रही है. पेट्रोल डीजल वाली गाड़ियों के मुकाबले इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की कीमत कम है इसलिए भी लोग अब इलेक्ट्रॉनिक वाहन लेना उचित समझ रहे हैं.

इलेक्ट्रॉनिक वाहनों में देखा जाए तो स्कूटी से लेकर चार पहिया वाहन तक अनेक मॉडल अब मार्केट में उपलब्ध है. जिसके साथ में कई लुभावने ऑफर भी लोगों को मिल रहे हैं. पेट्रोल डीजल वाली गाड़ियो के मुकाबले चार्जिंग वाले इलेक्ट्रॉनिक वाहन की कीमत थोड़ी कम है. इसलिए लोग इलेक्ट्रॉनिक वाहन खरीद रहे हैं. वही इलेक्ट्रिक वाहनों में आने वाले अनेकों ब्रांड पूरी तरह से ऑटोमेटिक है, जिससे वाहनों को चलाने में भी काफी राहत मिलती है.

केंद्र और राज्य सरकार दे ररी सब्सिडी
इलेक्ट्रॉनिक वाहन विक्रेता किशन साहू ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देने केंद्र और राज्य सरकार सब्सिडी भी दे रही है. औसतन एक स्कूटी पर केंद्र सरकार द्वारा 24 हज़ार रुपये की सब्सिडी मिलती है. वहीं राज्य सरकार की भी इलेक्ट्रिक वाहनों पर 8 हज़ार की सब्सिडी देने की योजना है.

पेट्रोल डीजल के मुकाबले सफर की लागत भी कम
वाहन विक्रेता ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक वाहन से सफर करना काफी सस्ता पड़ता है. वर्तमान समय में पेट्रोल काफी महंगा हो गया है ऐसे में पेट्रोल डीजल वाली वाहनों में सफर करने से जेब पर भारी पड़ता है. वही एक बार चार्ज करके इलेक्ट्रॉनिक वाहन से सफर करना काफी सस्ता है. यही कारण है कोरबा जैसे शहर में भी हर दिन दस से बीस इलेक्ट्रॉनिक वाहन बिक रहे हैं.