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मच्छर के काटने का दर्द भले ही कुछ सेकेंड के बाद खत्म हो जाता है, लेकिन इसके डंक से शरीर में पहुंचने वाले खतरनाक वायरस का असर आपको अंदर ही अंदर बीमार बना सकता है. इससे डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया जैसी बीमारियां हो सकती है.
हालांकि सभी मच्छरों का काटना इतना खतरनाक नहीं होता है, पर बीमारियों के जोखिमों को कम करने के लिए जितना हो सके उतना मच्छरों से बचना जरूरी है. बता दें उत्तराखंड में लगातार बदलते मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है. इसके तहत राज्य में मच्छर जनित बीमारियों के रोकथाम और बचाव और उपचार की उचित व्यवस्था को प्राथमिकता दिया जाना है.
डेंगू के इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
अचानक तेज बुखार
तेज सिरदर्द
आंखों के पीछे दर्द
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
मतली
उल्टी
ग्रंथियों में सूजन
रैश जो बुखार शुरू होने के तीन से चार दिन बाद दिखाई देता है
इन संकेतों से पहचानें चिकनगुनिया इंफेक्शन
CDC के अनुसार, चिकनगुनिया इंफेक्शन के सबसे आम लक्षणों में बुखार और जोड़ों में दर्द शामिल है. इसके अलावा चिकनगुनिया के मरीजों को सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में सूजन या चकत्ते का अनुभव भी हो सकता है.
लक्षण समान तो कैसे पहचानें डेंगू है या चिकनगुनिया?
डेंगू की अपेक्षा चिकनगुनिया में सूजन और दर्द बहुत ज्यादा होता है. जहां चिकनगुनिया में हड्डियों में तेज दर्द होता है, वहीं डेंगू होने पर कई मामलों में ब्लीडिंग, सांस लेने में परेशानी शामिल होती है.
मच्छर जनित बीमारियों से बचने के उपाय
घर से बाहर इंसेक्ट रेपलेंट्स लगाकर निकलें
लंबी बाजू के कपड़े पहनें
ज्यादा बाहर निकलने से बचें
घर के खिड़की दरवाजों को बंद
घर के आसपास जमा कचरे और पानी की सफाई करवाएं
2023 में आए डेंगू से मौत के सबसे ज्यादा मामले
WHO की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में दुनिया भर में डेंगू के 6.5 मिलियन मामले और 7300 मौत हुई हैं. बता दें कि चिकनगुनिया से मौत के मामले बहुत कम आते हैं लेकिन लक्षण दिखने के 84 दिन बाद मौत का जोखिम बहुत बढ़ जाता है.