अंडरगारमेंट में छिपाकर लाया डिवाइस: मध्यप्रदेश में 10वीं का छात्र ब्लूटूथ कनेक्टेड स्मार्ट वॉच से कर रहा था चीटिंग

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भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को 10वीं के गणित के पेपर के दौरान अजीबो-गरीब वाकया हुआ. संत हिरदाराम नगर स्थित बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल में पेपर दे रहा एक छात्र नकल करता हुआ पकड़ा गया. उसने नकल के लिए ब्लूटूथ का इस्तेमाल किया, जिससे कनेक्टेड मोबाइल और स्मार्ट वॉच उसके अंडरगारमेंट के अंदर थे. संभागीय संचालक लोक शिक्षण राजीव सिंह तोमर के मुताबिक, ये हरकत साजिद नाम के स्टूडेंट ने की. वह प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा में शामिल हुआ था. वह नकल से कॉपी भर ही रहा था कि उड़नदस्ते की नजर उस पर पड़ गई. उड़नदस्ते ने साजिद को नकल करते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया. उसके बाद उड़नदस्ते ने उसकी तीनों डिवाइस जब्त कर लीं.

छात्र पर दर्ज हुआ मामला
तोमर ने बताया कि साजिद के खिलाफ परीक्षा में अनुचित साधन इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है. साथ ही, इस मामले में परीक्षा केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष को नोटिस थमाया गया है. दोनों से इस बारे में जवाब मांगा गया है. तोमर ने बताया कि भोपाल जिले में MP बोर्ड की परीक्षा में इस डिवाइस के जरिए नकल करने का यह पहला मामला है.

नकल के 13 से ज्यादा मामले दर्ज
माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को हुए 10वीं के गणित के पेपर में प्रदेश में भोपाल संभाग में सबसे ज्यादा नकल के 13 मामले दर्ज किए गए. अब परीक्षा में परीक्षार्थियों की तलाशी को और सख्त किया जाएगा. परीक्षार्थियों के कैप, मौजे, जूते, स्वेटर की तलाशी भी ली जा रही है.

रिजल्ट की भी तैयारी शुरू
गौरतलब है कि परीक्षा शुरू होने के साथ ही एमपी बोर्ड रिजल्ट की तैयारी में भी जुट गया है. छात्रों की कॉपी चेक करने के लिए बोर्ड ने 30000 शिक्षकों की टीम बनाई है. परीक्षा पूरी होने के बाद मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. मूल्यांकन प्रक्रिया मार्च के पहले हफ्ते से शुरू हो सकती है. बता दें कि मूल्यांकन केंद्रों पर मोबाइल प्रतिबंधित होंगे एवं केंद्रों पर धारा 144 भी लागू की जाएगी. तकरीबन 30000 टीचर छात्रों की कॉपी को चेक करेंगे जिसके बाद अंक बोर्ड को सौंपे जाएंगे. मूल्यांकन प्रक्रिया सुबह 9:30 बजे से शुरू होगी एवं प्रतिदिन एक शिक्षक तकरीबन 30 से 45 कॉपियों को चेक करेंगे. एक बार केंद्र के अंदर प्रवेश करने के बाद शिक्षकों को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा.