मकर संक्रांति का त्योहार आने में कुछ ही दिन शेष हैं। हर वर्ष मकर संक्रांति का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं। ऐसे में सभी राशियों पर सूर्य के गोचर का विशष प्रभाव पड़ता है। मकर संक्रांति का दिन काफी शुभ माना जाता है। इस दिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखकर मां लक्ष्मी की कृपा पाई जा सकती है। वहीं, कुछ चीजों को अनदेखा करने से व्यक्ति को अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। जानते हैं कि मकर संक्रांति के दिन ऐसे कौन से कार्य हैं जो हमें भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
किसी को न भेजें खाली हाथ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हिंदू धर्म में दान का खास महत्व है। मकर संक्रांति के दिन तो दान का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। मकर संक्रांति के दिन भी दिल खोल कर दान करें। ध्यान रहे कि इस दिन किसी गरीब या जरूरतमंदों को कभी भी खाली हाथ न जानें दें। अगर आप मकर संक्रांति के दिन आपके द्वार पर आए किसी गरीब या जरूरतमंद को खाल हाथ लौटते हैं तो इसके अशुभ परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। अपने सामर्थ्य के अनुसार उन्हें दान करें। इससे व्यक्ति को सफलता, प्रसिद्धि और सम्मान की प्राप्ति होती है।
गंगा स्नान से पहले न खाएं कुछ
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करना शुभ माना गया है। कई वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है। कहते हैं कि इस दिन गंगास्नान से पहले कुछ नहीं खाना चाहिए। इतना ही नहीं, नाहने के बाद भी एकदम भोजन न करें। बल्कि गंगा स्नान के बाद गरीब ब्रह्मणों को कुछ दान दें और उन्हें भोजन कराएं। उसके बाद ही खुद खाना खाएं। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मांस-मदिरा का सेवन न करें
शास्त्रों में मकर संक्रांति का दिन बेहद शुभ माना गया है। इस दिन ध्रूमपान जैसी चीजों से परहेज करना चाहिए। इस दिन तिल और मूंग की खिचड़ी बनाकर खाना शुभ माना गया है। वहीं मांस—मदिरा का सेवन गलती से भी न करें। इस दिन सिर्फ शाकाहारी भोजन ही करें। ऐसा माना जाता है कि इन नियमों का पालन करने से आपको सालभर कोई रोग नहीं सताएगा।