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Bihar Monsoon Update: बिहार में मानसून की वक्त से पहले एंट्री हो गई है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में मानसून ने पांव पसार दिए लेकिन मूसलाधार बारिश का अभी भी इंतज़ार है। सीमांचल क्षेत्र के किशनगंज जिले को छोड़ दें तो, किसी भी जिले में 50% तक भी नॉर्मल बारिश का कोटा नहीं पूरा हुआ है। 23 जिले में 80 फीसदी से कम बारिश हुई है।
प्रदेश भर में बारिश का आंकड़े की बात करें, तो 76 फीसदी कम बारिश हुई है। कम बारिश की वजह से किसानों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। किसानों ने पहले ही बहुत कम बिचड़ा डाला था। बारिश नहीं होने की से बिचड़ा भी सूखने की कगार पर है।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इस महीने के आखिर तर मूसलाधार बारिश होने के आसार नहीं है। आंधी तूफान के साथ मानसून की एंट्री से राहत तो मिली लेकिन लोगों के लिए आफत भी बनी। आंधी की वजह से पेड़, उजड़ गए। हालांकि किसी प्रकार से जानी नुकसान होने की खबर नहीं है। थोड़ा बहुत पेड़ के बगल में बने शेड वगैरह क्षतिग्रस्त हुआ है।
मानसून की एंट्री के साथ ही लोगों को उम्मीद थी कि झमाझम बारिश होगी लेकिन, तेज़ बारिश नहीं हुई। हल्की बारिश ने बस गर्मी की तपिश से राहत दिला दी है। वहीं किसानों का कहना है कि अगर वक्त पर बारिश नहीं हुई तो, धान की फसल खराब हो जाएगी, काफी नुकसान होगा। कई ज़िलों के किसान बारिश की आस में बिचड़ा तक नहीं लगा पाए हैं।
किसानों का कहना है कि मानसून की एंट्री हो गई, लेकिन फिर भी बारिश का इंतज़ार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार (मौसम विज्ञान केंद्र, पटना) के मुताबिक जो मानसून सिस्टम बिहार की तरफ आने वाला था, वह मध्य भारत की तरफ चला गया है। यही वजह है कि राज्य में मानसून मजबूत नहीं पाया जा रहा है।