हरियाणा के छोरों-छोरियों ने किया कमाल, ममता यादव ने हासिल की 5वीं रैंक

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चंडीगढ़ः UPSC ने 2020 फाइनल परीक्षा रिजल्ट जारी कर दिया है. एक बार फिर से हरियाणा के युवाओं ने अपना परचम लहराया है. गरीब से लेकर अमीर अफसरों के बच्चों ने इस बार बाजी मारी है. बता दें कि महेंद्रगढ़ के बसई गांव की ममता यादव ने देशभर में 5वीं और महेंद्रगढ़ के कांवी गांव की देवयानी ने 11वां रैंक हासिल की है.

सबसे पहले आपको बता दें कि देवयानी IAS अधिकारी विनय सिंह की बेटी हैं और उनकी बेटी देवयानी ने चौथे प्रयास में सफलता प्राप्त की है. पिछले साल उनका चयन सेंट्रल ऑडिट विभाग में हो चुका था. उन्होंने दिन-रात कड़ी मेहनत की. इसी के साथ भिवानी की निशा ग्रेवाल ने 51वां, हिसार के राहुल बूरा ने 76वां, मुलाना के बराड़ा की अक्षिता गुप्ता ने 69वां और रोहतक के भुराण गांव के डॉ. राजेश मोहन ने 102वां रैंक हासिल किया है.

तो वहीं, बाढड़ा के विवेक आर्य का 131वां रैंक हासिल किया है. गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव के कुणाल यादव को 185वां रैंक हासिल किया है. चरखी दादरी के गांव पैंतावास के शुभम सांगवान ने 320वां रैंक हासिल किया है. हरियाणा की अंकिता पंवार का 321वां रैंक हासिल किया है. महेंद्रगढ़ जिले के प्रदीप यादव का 343वां, पानीपत के डिडवाड़ी गांव के शक्ति सिंह आर्य का 480वां रैंक हासिल किया है.

महेंद्रगढ़ जिला के गांव बसई की ममता यादव ने UPSC में पूरे देश में 5वां स्थान हासिल कर गांव व क्षेत्र का नाम रोशन किया है. गांव बसई के स्वर्गीय मास्टर चेतराम की पोती ममता यादव एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मी तथा दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज में टॉपर रहकर सिविल सर्विस की तैयारी की.

ममता यादव के पिता अशोक कुमार एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं वही माता सरोज देवी गृहणी हैं. ममता ने पूरे देश में 5वां स्थान हासिल किया है. ममता यादव ने कहा कि कड़ी मेहनत व लगन से जीवन में बनाए गए किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. ग्रामीण क्षेत्र में भी प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. बस उन्हें अवसर मिलना चाहिए.