मुजफ्फरनगर में बारात के साथ बंधक बनाकर दूल्हे से दिलवाया तीन तलाक

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मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर के गांव गादला में दहेज में कार मांगने के आरोप के बाद बारात सहित दूल्हा को बंधक बना लिया गया। दूल्हा से जबरन तीन तलाक दिलाया गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। करीब 21 घंटे तक बंधक बनाए जाने के बाद पुलिस और क्षेत्र के जिम्मेदार लोगों के बीच हुए समझौते के बाद बारात बैरंग लौट गई। वर पक्ष का कहना है कि बारात में आए एक व्यक्ति ने बधाई कम देने की शिकायत की थी। किसी बात पर दोनों पक्ष में विवाद हुआ। विवाद के बाद दूल्हा-दुल्हन पक्ष के लोगों में कहासुनी और मारपीट भी हुई। इसके बाद ही दूल्हे समेत पांच बारातियों को बंधक बना लिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस सबको मुक्त कराया।

बुधवार को जानसठ थाना क्षेत्र के गांव कवाल से मोहम्मद आकिल का बेटा तालिब बारात लेकर आया था। दोपहर की दावत के बाद शाम लगभग 7 बजे निकाह की रस्म पूरी गई। इसके बाद दूल्हा-दुल्हन पक्ष के लोगों में मारपीट हो गई। आरोप है कि दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हा तालिब, उसके पिता मोहम्मद आकिल, बहनोई खालिद निवासी गांव सुजडू, दूसरे बहनोई सुल्तान निवासी बघरा, मुन्ना, सोनू निवासी कवाल को कमरे में बंद कर दिया। कवाल के कुछ लोग रात्रि में ही गादला गांव पहुंचे और दोनों पक्षों में समझौते का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। गुरुवार को अपराह्न लगभग चार बजे पुलिस मौके पर पहुंची और दूल्हा समेत बरातियों को बंधन मुक्त कराकर थाने ले आई। इस तरह लगभग 21 घंटे तक दूल्हा और उसके साथी बंधक रहे।

जबरदस्ती दिलाया तीन तलाक
उधर, दुल्हन पक्ष के लोगों का आरोप है कि दूल्हा और उसके परिवार के लोग उनसे दहेज में कार मांग रहे थे, जिसे लेकर बखेड़ा हुआ। दूल्हे का कहना है कि नाई को नेग देने को लेकर उसके पिता आकिल वह दुल्हन पक्ष के कुछ लोगों में कहासुनी हो गई। बात गाली-गलौज और मारपीट तक पहुंच गई तो दोनों पक्षों में भगदड़ मच गई। अधिकांश बराती दाएं-बाएं वह जंगल के रास्ते वहां से निकल गए। दूल्हे का आरोप है कि उससे जबरदस्ती तीन बार तलाक भी कहलवाया गया।

दूल्हे के छोटे भाई आमीर की शादी दुल्हन की छोटी बहन से 6 महीने पहले हो चुकी है, जो सऊदी अरब में रह रहा है। आरोप है कि उस पर भी तलाक देने का दबाव बनाया जा रहा है। इसका एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह का कहना है कि दोनों पक्ष में समझौता हो गया। दोनों एक दूसरे पर कार्रवाई नहीं चाहते।