मीरा बन कृष्ण की भक्ति करेगी, हरियाणा की आइपीएस भारती अरोड़ा

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अंबाला। भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं की धरती वृंदावन में अब हरियाणा कैडर की तेज तर्रार आइपीएस अधिकारी भारती अरोड़ा वालंटियरी रिटायरमेंट स्कीम (वीआरएस) के बाद अपना जीवन भगवान की भक्ति में बिताने जा रही हैं। वृंदावन में ही भगवान कृष्ण ने बाल लीलाओं को तो रचा ही है, साथ ही यहां पर महारास भी किया। भगवान कृष्ण की भूमि पर भारती लोगों को प्रभु भक्ति की राह भी दिखाएंगी।

भारती अरोड़ा वर्ष 2004 से वृंदावन लगातार जा रही हैं। लेकिन अब स्थायी रूप से वहीं रहकर भक्ति करने के लिए वीआरएस का निर्णय लिया है। तीन माह के नोटिस पीरियड से भारती अरोड़ा ने छूट मांगी है। माना जा रहा है कि राज्य सरकार उनको 31 जुलाई 2021 को रिलीव भी कर सकती है। हालांकि भारती अरोड़ा के नजदीकी और जो उनकी कार्यशैली से परिचित हैं, वे उन पर अपना फैसला बदलने को कह रहे हैं। लेकिन, भारती अरोड़ा का कहना है कि जो निर्णय उन्होंने लिया है, उस पर वह कायम हैं।
दैनिक जागरण से बातचीत में भारती अरोड़ा ने कहा कि दुनिया में लोगों को संघर्ष करते हुए देखा है। लोगों को दुखी भी देखा है। लोग संघर्ष करते हैं और थक कर बैठ जाते हैं। अब वृंदावन धाम में लोगों को भक्ति की राह दिखानी है। अपना जीवन वृंदावन धाम में ही अब बिताना है। भारती अरोड़ा अंबाला कैंट में रोजाना सत्संग में पाठ सुनने के लिए आती हैं।

आइपीएस अधिकारी यदि वीआरएस लेना चाहता है, तो इसके लिए उसे तीन माह का नोटिस सरकार अथवा संबंधित विभाग को देना होता है। इसमें नियम है कि सर्विस 30 साल की होनी चाहिए या फिर आयु 50 साल की हो, जिसका नोटिस में जिक्र होना चाहिए। यदि वह सस्पेंड चल रहा है तो केंद्र सरकार की अप्रूवल के बाद ही वीआरएस ले सकता है। इसके अलावा यदि वह असम- मेघालय, मणिपुर-त्रिपुरा, नागालैंड और सिक्किम से है, तो वह जिस तिथि से वीआरएस चाहता है, उसकी सर्विस 15 साल की होनी चाहिए।

बैचमेट ने भी ली थी वीआरएस और ज्वाइन की थी आप
1998 बैच के ही आइपीएस विजय प्रताप सिंह ने भी अप्रैल 2021 में वीआरएस ले ली थी और बाद में आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली थी। वे पंजाब कैडर के थे। इस तरह हरियाणा में भी कई आइपीएस वीआरएस ले चुके हैं।