कम वोटिंग से यूपी में बढ़ी टेंशन? अमित शाह अलर्ट मोड पर, 300 नेताओं को..

Has tension increased in UP due to less voting? Amit Shah on alert mode, with 300 leaders today...
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Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर यूपी बीजेपी के लिए सबसे अहम है। 80 सीटों वाले सूबे में दो चरणों में 16 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। दिलचस्प बात यह है कि दोनों ही चरणों में वोटर्स में कुछ खास उत्साह देखने को नहीं मिला है और वोटिंग प्रतिशत में भी पिछले चुनाव के मुकाबले गिरावट देखने को मिली है। ऐसे में कोई भी दल सीधे तौर पर यह दावा करने के स्थिति में नहीं है कि उसे इन सीटों पर बढ़त हैं। ऐसे में बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है, जिसके चलते केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के चाणक्य अलर्ट हो गए हैं।

दरअसल, अमित शाह यूपी में लंबे समय से काम कर चुके हैं और इसीलिए कम वोटिंग के बाद उनकी एक्टिविटी यूपी में बढ़ गई हैं। आज वह खास यूपी के ही दौरे पर हैं और यहां वे तीन जनसभाओं को संबोधित करेंगे, जो कि एटा, मैनपुरी, और इटावा में होगी।

मैनपुरी में समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है और इसीलिए बीजेपी इस सीट पर डिंपल को हराने के लिए ज्यादा जोर लगा रही है, क्योंकि बीजेपी 2019 में डिंपल यादव को कन्नौज से हराने में कामयाब रही थी।

कानपुर में मंथन करेंगे अमित शाह
आज तीन अहम रैलियों में बीजेपी के लिए प्रचार करने के बाद अमित शाह कानपुर में एक बीजेपी नेताओं के साथ एक अहम बैठक करने वाले हैं, जिसमें उनका जोर मूल तौर पर तीसरे और चौथे फेज में वोटिंग को बूस्ट करने का होगा। ग्राउंड रिपोर्ट्स और बूथ पर लगातार वोटर्स की उदासीनता बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन सकती है, जिसके चलते अमित शाह ज्यादा एक्टिव हो गए हैं। इस दौरान गृहमंत्री तीसरे और चौथे फेज की एक-एक सीट की रिपोर्ट लेंगे। बता दें कि इन दोनों चरणों में 22 सीटें हैं।

कन्नौज और मैनपुरी पर बीजेपी का फोकस
इन 22 सीटों में मैनपुरी और कन्नौज की सीटें भी शामिल हैं। बता दें समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज और उनकी सांसद पत्नी डिंपल मैनपुरी से चुनाव लड़ रहे हैं और बीजेपी की कोशिश यह है कि इन दोनों ही नेताओं को चुनावी मैदान में हराने की है, जिसके चलते अमित शाह भी ग्राउड पर उतर आए हैं।

बूथ पर समर्थकों को लाने का चैलेंज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कानपुर में होने वाली इस मीटिंग में तीसरे और चौथे फेज की 22 सीटों के तहत आने वाले 300 से ज्यादा नेता मौजूद होंगे। इसमें लोकसभा संयोजक, प्रभारी से लेकर विस्तारकों तक को आने के लिए संदेश भेजा गया है। खास बात यह है कि स्लो वोटिंग से बीजेपी ज्यादा अलर्ट हो गई है, जिसके चलते नेताओं को यह संदेश दिया जाएगा कि बूथ पर ज्यादा से ज्यादा वोटर्स को लाया जाए।