मुजफ्फरनगर में शीत लहर के बीच जबरदस्त कोहरा, ठंड में ठिठुरे लोग

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मुजफ्फर नगर। मकर संक्रांति को वैसे तो ऋतु परिवर्तन की शुरूआत माना जाता है लेकिन मकर संक्रांति के दिन जबर्दस्त कोहरा, सर्दी और हाड कंपा देने वाली ठंड ने नगर के लोगों का बुरा हाल कर दिया। हालांकि दोपहर बाद कुछ देर के लिए धूप निकली लेकिन सर्द हवाओं के चलते धूप में भी लोगों को राहत नही मिली। उन्हें कपड़े ओढ़कर ही धूप में बैठना पड़ा। शुक्रवार को शहर का न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री और अधिकतम तापमान 134.7 डिग्री रिकार्ड किया गया। आधी रात के बाद से आए कोहरे ने भी वाहनों की रफ्तार रोक दी। ट्रेन लेट हुई तो हाईवे पर वाहन रेंगते हुए चले।

शुक्रवार को सूर्योदय से पूर्व ही घना कोहरा छा गया था। सड़कों पर लोग नहीं दिखे और घरों में ही दुबके रहे। रात का कर्फ्यू होने के कारण सुबह जब लोग मकर संक्रांति के दिन मंदिर जाने के लिए घरों से निकले तो हर तरफ घना कोहरा छाया हुआ था। सुबह सात बजे विजीबिलीटी केवल दस मीटर तक की ही थी जिस कारण सड़कों पर वाहन बहुत ही धीमी गति से चलते हुए दिखे। उधर रेलवे स्टेशन पर भी घना कोहरा होने के कारण ट्रेन भी लेट आई। लंबी दूरी की रेल गाडियां तो अपने निर्धारित समय से काफी लेट चल रही है। हालांकि रेलवे ने कई गाडियों को रद्द भी कर दिया है। हाइवें पर भी वाहन रेंग रेंग कर चलते हुए दिखे। मुजफ्फरनगर में घने कोहरे में गन्ने से लदे वाहनों का आवागमन अधिक होने के कारण वाहनों को बहुत सावधानी से चलाना होता है। दस बजे के बाद कुछ राहत मिलनी शुरू हुई। कोहरा तो कम हो गया लेकिन सर्दी पर कोई प्रभाव नही दिखा। दोपहर में 12 बजे के बाद कुछ धूप निकली लेकिन धूप में तपिश नहीं थी। सूर्यास्त के बाद फिर से ठंड बढ़ गई और लोग घरों में पहुंच गए तो बाजारों में सडकों पर ग्राहकी बहुत कम ही दिखी। अभी तीन चार दिन ऐसा ही मौसम बना रहने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से कम आने के कारण फसलों को नुकसान की आशंका भी बढ़ने लगी है।