हिमाचल में भारी बर्फबारी: जनजीवन ठप, बिजली न पीने का पानी, सड़कें बंद, जगह-जगह लोग फंसे

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शिमला। हिमाचल में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी भी हो रही है। यहां केलांग का तापमान -7.2 डिग्री सेल्सियस हो गया, जिससे पूरे इलाके में बर्फ जम गई। प्रदेश में शीतलहर जारी है और यहां के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात हो रहा है। न्‍यूज एजेंसी ने बताया कि, कुफरी का तापमान -2°C नीचे चला गया है और इससे रहवासी संकट में हैं। भारी हिमपात के कारण प्रदेश में 4 राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 731 सड़कें बंद हो गई हैं। वहीं, 1365 बिजली आपूर्ति योजनाएँ बाधित हुई हैं। 102 जलापूर्ति योजनाएँ बाधित हुई हैं।

शिमला में भी जनजीवन ठप दिख रहा
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से बताया गया कि, हिमाचल में भारी बर्फबारी से 3220 बिजली आपूर्ति योजनाएँ बाधित हुईं, जिनमें से 1955 को बहाल कर दिया गया है। वहीं, भारी बर्फबारी से शिमला में जनजीवन ठप दिख रहा है, क्‍योंकि यहां की 289 सड़कें बंद हो गई हैं, जहां भारी बर्फबारी हुई है। हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में शनिवार रात से हो रही भारी बर्फबारी से जनजीवन ठप हो गया, खासकर आदिवासी इलाकों में। एक अधिकारी ने बताया कि,खराब मौसम के कारण चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 730 से अधिक सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हो गई हैं। शिमला में सबसे ज्यादा 289 और लाहौल-स्पीति में 181 सड़कें बंद हैं।

अटल सुरंग, रोहतांग को बंद किया गया
लाहौल-स्पीति के पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने कहा कि अटल सुरंग, रोहतांग (एटीआर) को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। उन्‍होंने बताया कि, लाहौल घाटी में भारी हिमपात के कारण मनाली-लेह राजमार्ग सभी प्रकार के वाहनों (सोलंग से सिसु तक) के लिए बंद है। घाटी में करीब तीन फीट बर्फ जमी है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर बादल छाए हुए हैं और बर्फबारी जारी है। बर्फबारी के कारण शिमला, लाहौल-स्पीति और चंबा में 700 से अधिक बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं, जिससे दूरदराज के इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। 100 से अधिक जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।

स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, अटल सुरंग उत्तर-दक्षिण पोल पर करीब एक फीट तक बर्फबारी हुई है और यह अभी भी जारी है। एटीआर नॉर्थ पोर्टल कोकसर और सिसु में 1.5 फीट बर्फबारी हुई, जो अभी भी जारी है और रोहतांग में 2 फीट बर्फ देखी गई है, जालोरी जोत में 1.2 फीट, गुलाबा में 10 इंच और पर्यटन वाले मुख्‍य शहर मनाली में 3 इंच बर्फ पड़ी है।

इसके अलावा राज्य की राजधानी शिमला में 6 इंच बर्फबारी हुई है। शिमला की एसपी मोनिका भुटुंगरू ने कहा कि जिले के ऊपरी इलाकों को राजधानी से जोड़ने वाली शहर की सभी प्रमुख सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हैं।

शिमला शहर के कई हिस्सों में भी शनिवार रात से बिजली गुल है। नारकंडा और कुफरी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में लगभग एक फुट से अधिक बर्फ जमी है। चोपल में भी एक फुट हिमपात हुआ जबकि खिरकी में दो फुट हिमपात हुआ। चंशाल पीक में करीब 6 फीट बर्फबारी हुई है। इसके अलावा सोलन के चैल में एक फुट बर्फबारी हुई। चैल में यह सीजन की पहली बर्फबारी भी है। लाहौल-स्पीति में कोकसर और सिसु में अटल सुरंग के उत्तरी द्वार के पास दो फीट बर्फ, केलांग में 3 इंच और काजा में 2 इंच बर्फ पड़ी है।

सुमडो में 1.5 फुट बर्फ पड़ी। चंबा जिले की सुदूर पांगी घाटी में 3 इंच और पर्यटन नगर डलहौजी में 1 इंच बर्फबारी हुई। भरमौर में छह इंच बर्फबारी हुई। ट्रेकर्स वाले रूट त्रिउंड में धर्मशाला के अलावा नड्डी गांव में भारी बर्फबारी हुई और धर्मकोट में भी बर्फबारी हुई।

धौलाधार के पहाड़ों में 4 युवक लापता
खबर यह भी है कि, धर्मशाला कस्बे के नजदीक धौलाधार पहाड़ से 4 युवक लापता हो गए हैं। वे धर्मशाला के आसपास के गांवों से ताल्लुक रखते हैं। वे राइजिंग स्टार हिल के पास ट्रेकिंग पर गए थे। धर्मशाला की एसडीएम शिल्पी बेकता ने कहा कि, उनके लिए बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है, लेकिन खराब मौसम प्रयासों में बाधा बन रहा है। उन्‍होंने कहा कि बचाव दल लापता युवक में से एक से संपर्क करने में सक्षम था, क्योंकि उसका फोन काम कर रहा था और उसने कहा था कि वे एक बर्फीले तूफान के चलते फंसे हुए हैं।