शिमला: नशे के गर्त में युवाओं को धकेलने वाले चिट्टा तस्करों के खिलाफ शिमला पुलिस ने पिछले 10 माह में बड़ी कार्रवाई की है। करीब 135 अंतरराज्यीय तस्करों के ड्रग मनी से कमाए करीब 1.30 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। करीब 5.70 करोड़ की संपत्ति की जांच जारी है। इसमें चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के आपूर्तिकर्ता शामिल हैं। इस साल शिमला में एनडीपीएस के करीब 400 मुकदमे दर्ज हुए हैं। इसमें 23 महिलाओं और करीब 610 तस्करों को गिरफ्तार किया है।
करीब 130 वाहनों को भी जब्त किया है। अब हिमाचल-उत्तराखंड अंतरराज्यीय सीमा झमराड़ी और कुडू बैरियर पर भी स्पेशल यूनिट तैनात कर दी है। वाहनों को तलाशी के बाद ही एंट्री दी जा रही हैं। शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ता की ड्रग मनी की डिटेल तैयार की गई है। करीब 135 आपूर्तिकर्ता से 1.30 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं। विशेष यूनिट सेल टीमें तस्करों की आर्थिक कमर तोड़ने की योजना पर काम कर रही है।
थाने में बन रही रिटेलर की सूची
शिमला में बाहरी राज्यों से आकर चिट्टा की सप्लाई हो रही है। यह सप्लाई रिटेलर को दी जाती है और वह आगे नशे के आदी युवाओं को बेचते हैं। ऐसे रिटेलरों की सूची हर पुलिस स्टेशन में तैयार की जा रही है। इन पर नकेल कसने के लिए पुलिस की टीमें लगातार काम कर रही है।
23 महिला तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ी
चिट्टा तस्करी के आरोप में 23 महिलाएं भी गिरफ्त में आई हैं। कुछ महिलाएं शिमला से ही संबंध रखती हैं। कई बाहरी राज्यों से भी हैं। वहीं से चिट्टा लाकर यहां रिटेलर को बेच देती हैं। पुलिस गिरफ्त में आए 610 तस्करों में से 135 आपूर्तिकर्ता है।