छत्तीसगढ़ में ‘टोनही’ के संदेह में महिला की ​जलते कोयले और कील पर चलाकर अग्नि परीक्षा, तांत्रिक दबोचा

In Chhattisgarh, on suspicion of 'Tonhi', a woman's ordeal by running on burning coal and nail, Tantrik caught
In Chhattisgarh, on suspicion of 'Tonhi', a woman's ordeal by running on burning coal and nail, Tantrik caught
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दुर्ग: छत्तीसगढ़ में अंधविश्वास का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दुर्ग जिला पुलिस ने जादू-टोना करने के संदेह में एक महिला की अग्नि परीक्षा ली है। बताया जाता है कि तांत्रिक ने पीड़ित महिला को जलते कोयले और कील पर चलाकर उसकी ‘अग्नि परीक्षा’ ली। पुलिस ने पीड़िता के तीन रिश्तेदारों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि नाबालिग तांत्रिक भी पकड़ा गया है। फिलहाल तीनों आरोपी और तांत्रिक जमानत पर रिहा कर दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर छानबीन की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि घटना पुलगांव थाना क्षेत्र की है। ममता निषाद नाम की महिला की अग्नि परीक्षा लेने का मामला सामने आया है। महिला को प्रताड़ित करने के आरोप में उसके देवर नाथूराम निषाद, देवरानी यामिनी निषाद और जेठानी दुर्गा निषाद को गिरफ्तार किया गया है। नाबालिग तांत्रिक को पकड़ लिया गया है। हालांकि, बाद में सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।

पुलिस ने बताया कि ममता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी देवरानी, जेठनी और देवर उस पर ‘टोनही’ (जादू-टोना करने वाली या डायन) होने का संदेह जताते हैं। इस वजह से ये लोग उसको परेशान करते हैं। इसी संदेह में तीनों आरोपियों ने ममता को 20 तारीख की रात को एक तांत्रिक के पास ले गए थे। वहां तांत्रिक ने अग्नि परीक्षा लेने के नाम पर ममता को जलते कोयले और बाद में कील पर चलाया था।

पुलिस ने बताया कि इस घटना में ममता निषाद घायल हो गई है। पुलिस ने बताया कि घर पहुंचकर ममता ने इसकी जानकारी अपने पति को दी। इसके बाद दोनों पुलिस चौकी पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने 21 तारीख को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने नाबालिग तांत्रिक को भी पकड़ लिया है। पुलिस को जानकारी मिली है कि तीनों आरोपी और तांत्रिक जमानत पर रिहा हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।