मध्य प्रदेश में मानसून की मेहरबानी से कई जिले पानी-पानी, आज भी भारी बारिश का अलर्ट

In Madhya Pradesh, due to the grace of monsoon, many districts received water, alert of heavy rains even today
In Madhya Pradesh, due to the grace of monsoon, many districts received water, alert of heavy rains even today
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भोपाल: दक्षिण पश्चिम मानसून (MP Monsoon Rain News) इस समय पूरे मध्य प्रदेश पर मेहरबान है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज बारिश हो रही है। नरसिंहपुर में तो बारिश ने सारे रेकॉर्ड ही तोड़ दिए। 24 घंटे के दौरान 218 मिलीमीटर से भी अधिक पानी गिर गया। ऐसे में जिले के हालात बेकाबू हो गए। बुधवार को अत्यधिक बारिश के कारण बारूरेवा नदी बेकाबू हो गई। इस नदी ने कई क्षेत्रों में बाढ़ के हालात पैदा कर दिए।

नरसिंहपुर और करेली के बीच इस नदी पर बने रेलवे पुल में मिट्टी के कटाव होने से डाउन ट्रैक को बंद कर दिया गया। रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है। वहीं, कई ट्रेनें बदले हुए रूट से चलाई जा रही हैं। सिवनी-मंडला, मंडला-डिंडोरी, मंडला-बालाघाट, नरसिंहपुर -जबलपुर, मार्ग के छोटे पुलों के ऊपर से पानी जाने के कारण यह मार्ग अवरुद्ध रहे। सिवनी की वैनगंगा नदी में अत्यधिक पानी आने के कारण नदी के आसपास बने कई स्थानों में जलभराव की स्थिति बनी।

वहीं, वैनगंगा नदी के टापू पर फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। जबलपुर की हिरन नदी के पुल को पार करते समय एक कार बह गई। नरसिंहपुर जिले में 400 लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। देवास में माता टेकरी पर बने हनुमान मंदिर के पास पहाड़ खिसकने के कारण मंदिर में काफी मलवा जमा हो गया। वही भिंड के प्रसिद्ध मंदिर दंदरौआ धाम में जोरदार बारिश होने से पानी गर्भ गृह तक पहुंच गया। सिवनी जिले के लखनादौन में भी कई स्थानों में बाढ़ के हालात बन गए।

अत्याधिक बारिश के कारण जबलपुर जा रहे एक विमान को भोपाल एयरपोर्ट पर डायवर्ट करना पड़ा। प्रदेश आने वाली कई फ्लाइट भी देरी से भोपाल पहुंची। मौसम वैज्ञानिकों ने आने वाले दिनों में भी प्रदेश के सभी जिलों में बारिश के आसार जताए हैं, लेकिन कुछ जिलों में अतिभारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है। सिवनी, छिंदवाड़ा, देवास, अलीराजपुर और सीहोर जिलों में कहीं-कहीं अति भारी बारिश और गरज चमक की संभावना है। यहां 115.6 मिलीमीटर से 204.5 मिलीमीटर तक बारिश होने की आशंका है।

वहीं, नरसिंहपुर, बालाघाट, सागर, छतरपुर, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, उमरिया, मंदसौर, नीमच, गुना, उज्जैन, बड़वानी, झाबुआ, धार, राजगढ़, रायसेन और विदिशा जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश और गरज चमक की स्थिति बन सकती है। यहां 64.5 मिलीमीटर से 115.6 मिलीमीटर के बीच में बारिश होने का अनुमान है। मंगलवार-बुधवार के दरमियान प्रदेश के 2 दर्जन से अधिक जिलों में रेकॉर्ड तोड़ बारिश हुई।

कहां कितनी बारिश हुई
नरसिंहपुर में 218, मलाजखंड में 143.4, मंडला में 135.6, जबलपुर में 83, सागर में 62.8, शिवपुरी में 46, सीधी में 41.4, सिवनी में 38.8, छिंदवाड़ा में 31.8, पचमढ़ी में 26.8, दमोह में 26, गुना में 20.7, रायसेन में 19.8, नर्मदापुरम में 11.7, नोगांव में 11 मिलीमीटर पानी गिरा। भोपाल, दतिया, रतलाम, बैतूल, टीकमगढ़, धार, उमरिया, उज्जैन, खजुराहो और ग्वालियर में भी बारिश हुई।

बुधवार सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक की बात करें तो दमोह में 79, सतना में 51, पचमढ़ी में 33, रीवा में 23, उमरिया में 18, छिंदवाड़ा में 17, शिवपुरी में 16, उज्जैन में 14, खजुराहो में 9.4, जबलपुर में 8.8, रायसेन में आठ, धार में आठ, मंडला में आठ, मलाजखंड में तीन, सीधी में 3, गुना में तीन, सागर में दो, नर्मदापुरम में दो, बैतूल में दो, सिवनी में एक और भोपाल में 1 मिलीमीटर पानी गिरा।

प्रदेश में मानसून के सक्रिय होने के कारण अधिकतम तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज हुई है। प्रदेश के अधिकांश जिलों का तापमान लुढ़क कर 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। बुधवार को सर्वाधिक अधिकतम तापमान ग्वालियर में 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। भोपाल में 30, ग्वालियर में 35.5, इंदौर में 29.4, जबलपुर में अधिकतम तापमान गिरकर 27.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।