मुजफ्फरनगर में लियाकत अली ने दी थाना प्रभारी को तबादले की धमकी, पुलिस ने ढोल बजाकर…

इस खबर को शेयर करें

मुजफ्फरनगर। चरथावल थाना प्रभारी को फोन पर धमकाने और तबादला कराने की धमकी देने के मामले में पुलिस के निशाने पर आये गांव न्यामू के पूर्व प्रधान लियाकत अली पर पुलिस ने शिकंजा कसते हुए उसको जिला बदर कर दिया है। पुलिस टीम ने ढोल नगाडों के साथ गांव में पहुंचकर लियाकत के खिलाफ जिला बदर की कार्यवाही की मुनादी कराई और फिर उसके घर पर आदेश चस्पा कर दिये।

प्राप्त समाचार के अनुसार चरथावल थाना क्षेत्र के गांव न्यामू के पूर्व प्रधान लियाकत अली पक्ष का दो मई को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना के बाद चुनाव में विजयी रहे पक्ष से विवाद हो गया था। मामले में पुलिस ने लियाकत पक्ष को थाने में बैठा लिया था। आरोप है कि इस मामले में पूर्व प्रधान ने इंस्पेक्टर एमपी सिंह को फोन कर बदसलूकी करते हुए उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। 12 जून को इस बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद एसएसपी अभिषेक यादव ने सख्ती करते हुए पूर्व प्रधान लियाकत अली को गिरफ्तार करने के निर्देश दिये और टीम को लगा दिया था। 14 जून को लियाकत को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था। इसके बाद 7 सितम्बर को जमान मिलने पर लियाकत रिहा हुआ और अपने घर पहुंचा था, परिवान वालों और समर्थकों ने उसका फूल मालाओं से स्वागत किया था, जिसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई।

आज इस मामले में चरथावल पुलिस ने लियाकत पर शिकंजा कसते हुए उसको जिला बदर कर दिया है। चरथावल थाना प्रभारी एमपी सिंह ने बताया कि लियाकत थाने का हिस्ट्रीशीटर रहा है। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर गुंडा एक्ट में जिला बदर की कार्यवाही की गई है। पुलिस टीम ने गांव न्यामू पहुंचकर ढोल बजाकर कार्यवाही के लिए मुनादी कराई और लियाकत के मकान पर नोटिस चस्पा कर दिया गया है। लियाकत को 6 महीनों के लिए जिला बदर किया गया है।