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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर इंडिया गेट पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण कर दिया है। इस दौरान उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में अमित शाह ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों को पराक्रम, देशभक्ति और बलिदान की प्रेरणा देगी। यह करोड़ों लोगों के भाव की अभिव्यक्ति होगी।

वहीं PM मोदी ने कहा कि यह कालखंड ऐतिहासिक है। यह स्थान जहां हम मौजूद हैं, यह भी ऐतिहासिक है। आज हम इंडिया गेट पर अमृत महोत्सव मना रहे हैं। नेताजी की भव्य प्रतिमा डिजिटल स्वरूप में इंडिया गेट पर स्थापित हो रही है। जल्द ही इसकी जगह ग्रेनाइट की विशाल प्रतिमा लगेगी। यह प्रतिमा आजादी के महानायक को कृतज्ञ राष्ट्र की श्रद्धांजलि है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल से देश ने नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाना शुरू किया। आज पराक्रम दिवस पर आपदा प्रबंधन पुरस्कार दिए गए। इसकी प्रेरणा नेताजी के जीवन से ली गई है। हमारे देश में आपदा प्रबंधन को लेकर जो रवैया रहा है, उस पर एक कहावत है। जब प्यास लगे तब कुआं खोदना। मैं काशी क्षेत्र से आता हूं। वहां भी एक कहावत है। जब भोज आ जाए तब कोहड़े की सब्जी उगाना। एक और हैरान करने वाली व्यवस्था थी। कई साल तक आपदा का विषय एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के पास रहा। देश में आपदा प्रबंधन ऐसे ही चलता रहता था। 2001 में गुजरात में भूकंप आने के बाद जो कुछ हुआ उसने देश को नए सिरे से सोचने के लिए मजबूर किया।

उन्होंने कहा कि उस समय के जो अनुभव थे उससे सीखते हुए हमने आपदा से निपटने के लिए गुजरात में कानून बनाया। गुजरात ऐसा करने वाला पहला राज्य था। बाद में केंद्र सरकार ने इससे सबक लेकर 2005 में पूरे देश के लिए ऐसा ही डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट बनाया। इसके बाद ही नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी के गठन का रास्ता साफ हुआ। इसी ने कोरोना से लड़ाई में देश की बहुत मदद की।

सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार का भी वितरण​​​​​ किया गया
होलोग्राम प्रतिमा के अनावरण के साथ ही पीएम मोदी 2019, 2020, 2021 और 2022 के लिए सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार का भी वितरण किया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह संसद भवन में सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।

नेताजी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाए
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से अपील की है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाए। ममता बनर्जी ने कहा कि इससे पूरा देश नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उपयुक्त तरीके से ‘देशनायक दिवस’ मना सकेगा।

अमर जवान ज्योति वॉर मेमोरियल की ज्योति में विलीन
शुक्रवार को दिल्ली में 50 साल से इंडिया गेट की पहचान बन चुकी अमर जवान ज्योति को वॉर मेमोरियल की ज्योति में विलीन कर दिया गया। अमर जवान ज्योति को पूरे सैन्य सम्मान के साथ मशाल के जरिए वॉर मेमोरियल ले जाया गया। जहां वॉर मेमोरियल पर प्रज्ज्वलित ज्योति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

इंडिया गेट पर 6 दशक से खाली पड़ी एक छतरी में नेताजी की प्रतिमा लगाई जाएगी। इससे पहले इस छतरी पर किंग जॉर्ज V की मूर्ति लगी थी, जिसे बाद में 1968 में हटा दिया गया था।

गणतंत्र दिवस समारोह 23 जनवरी से शुरू होगा
इससे पहले केंद्र सरकार ने ऐलान किया था कि गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत अब 24 जनवरी की बजाय 23 जनवरी से होगी। यह फैसला नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल करने के उद्देश्य से किया गया। नेताजी का जन्म 23 जनवरी 1897 को हुआ था।

भारत सरकार ने पिछले साल ये घोषणा की थी कि हर साल 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिवस को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इसके पीछे का मकसद था कि देश के लोग, खासतौर पर युवाओं के भीतर नेताजी की तरह ही विपरीत परिस्थितियों का सामना करने और उनमें देशभक्ति की भावना का संचार हो सके।