मुजफ्फरनगर के बच्चे को काम दिलाने के बहाने देहरादून में बंधक बनाकर कुकर्म, जलती सिगरेट से दागा

Muzaffarnagar's child was held hostage in Dehradun on the pretext of getting work, fired with burning cigarette
Muzaffarnagar's child was held hostage in Dehradun on the pretext of getting work, fired with burning cigarette
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मुजफ्फरनगर। काम दिलाने के बहाने नाबालिग को देहरादून ले जाकर बंधक बना लिया गया। जहां बालक के साथ कुकर्म किया गया और विरोध करने पर शरीर को जलती सिगरेट से दागा गया। एक सप्ताह तक आरोपित के चंगुल में रहा पीड़ित बालक किसी तरह लौटकर आया। दी गई यातनाओं से बालक सहम गया। पुलिस को मामले से अवगत कराया गया लेकिन घटना पर संज्ञान नहीं लिया गया।

बहला फुसलाकर ले गए थे देहरादून

शहर कोतवाली क्षेत्र के किदवई नगर निवासी 15 वर्षीय बालक को उसका पड़ोसी 23 मई को देहरादून में एलईडी बल्ब की बिक्री का काम कराने के लिए बहला फुसलाकर साथ ले गया था। बालक के पिता का आरोप है कि देहरादून में उसके 15 वर्षीय बेटे को बंधक बना लिया गया। उसे काम पर साथ नहीं ले जाया जाता था। आरोप है कि पड़ौसी ने उसके बेटे के साथ कई बार कुकर्म किया। उसको यातनाएं दी और जलती सिगरेट से उसके शरीर को कई बार दागा। गला घोंटकर हत्या का प्रयास किया गया। जिसके निशान शरीर पर भी हैं।

नहीं दिया जाता था दिन में बालक को खाना

शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को दी गई तहरीर में पीड़ित के पिता ने बताया कि उसके बेटे को दिन में खाना भी नहीं दिया जाता था। न ही उसे घर फोन करने दिया गया। इस दौरान मौका देख पीड़ित देहरादून से फरार होकर 2 जून को घर पहुंचा। बताया कि घर पर बालक की मां उसकी हालत देखकर बेहोश हो गई। पीड़ित के पिता ने बताया कि वह लुधियाना काम करता है। उसे फोन कर बुलाया गया। उसके पश्चात उसने कोतवाली में आरोपित के विरुद्ध तहरीर दी।

देहरादून का मामला बता पुलिस ने टरकाया

पीड़ित के पिता की और से किदवई नगर पुलिस चौकी पर मामले की तहरीर दी गई। लेकिन पुलिस ने उसका गंभीरता से संज्ञान नहीं लिया। पीड़िता का पिता अब एसएसपी से मामले की शिकायत करेगा। उसका कहना है कि पुलिस ने मामला देहरादून का बताकर उसे टरका दिया। जबकि उसके बेटे को यहीं से बहला फुसलाकर देहरादून ले जाया गया था।

मजदूरी करता है पीड़ित बालक का पिता

कुकर्म का शिकार बनाए गए बालक का परिवार काफी गरीब है। उसका पिता लुधियाना में एक फैक्ट्री में मजदूरी करता है। पीड़ित के पिता ने बताया कि मजदूरी कर वह परिवार का पेट पालता है। उसके बेटे को इतनी यातनाएं दी गई। जिससे वह आहत है।