
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के ग्राम प्रधान समस्या निराकरण और अपने अधिकार लेने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। प्रदेश के अन्य जनपदों के साथ-साथ प्रधान संगठन मुजफ्फरनगर के सदस्य मुलाकात कर सांसदों को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंप रहे हैं। बुधवार को मुजफ्फरनगर के सैकड़ों ग्राम प्रधान सांसदों को ज्ञापन देने के लिए दिल्ली रवाना हुए। पंचायती राज की महत्वपूर्ण इकाई ग्राम प्रधान अपने अधिकारों के लिए संघर्षरत हैं।
ग्राम प्रधान काफी दिनों से मांग कर रहे हैं कि उनकी निधि में कटौती न की जाए। सफाई सहायक का वेतन उनकी निधि से न देकर उसका आवंटन शासकीय मद से किया जाए। इसके साथ साथ निराश्रित गोवंश के रखरखाव के लिए आवंटित धनराशि का भी शासन स्तर से ही भुगतान कराए जाने की मांग ग्राम प्रधान काफी दिनों से करते आ रहे हैं। इस सहित ग्राम प्रधानों की 1 दर्जन से अधिक मांगे हैं। पिछले दिनों ग्राम प्रधान संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल ज्ञापन देने के लिए सपा नेता और राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव से मिला था।
ज्ञापन देने के लिए दिल्ली रवाना
लेकिन रामगोपाल यादव ने ग्राम प्रधानों की सभी मांगों को खारिज कर दिया था। जिससे नाराज ग्राम प्रधानों ने चरथावल ब्लॉक कार्यालय पर पुतला दहन किया था। बुधवार को मुजफ्फरनगर के ग्राम प्रधान संसद सदस्यों को ज्ञापन देने के लिए दिल्ली रवाना हो गए। ग्राम प्रधान संगठन के जिला प्रभारी एवं अध्यक्ष ठाकुर अशोक पुंडीर ने कहा कि ग्राम प्रधान पंचायती राज की महत्वपूर्ण कड़ी है।
ग्राम प्रधान संगठन अपनी मांगों के लिए गंभीर
पंचायत स्तर पर स्थानीय समस्याओं के निराकरण और विकास में ग्राम प्रधान अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन शासन स्तर से ग्राम प्रधानों की अनदेखी की जा रही है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था पर एक बड़ा कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान संगठन अपनी मांगों के लिए गंभीर है और आंदोलन करता रहेगा।