पुराने चेहरों की छुट्टी, कई के बदलेंगे विभाग, नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बड़ा अपडेट

Old faces retired, many will change departments, big update regarding Nitish cabinet expansion
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पटना: बिहार में एनडीए की सरकार बन गई है और नीतीश कुमार के अलावा आठ मंत्री सरकार चला रहे हैं लेकिन चर्चा इस बात को लेकर है कि सरकार का विस्तार यानी मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा. राज्य के कामकाज को तेज करने के लिए साथ ही लोकसभा चुनाव को देखते हुए बहुत जल्द ही नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा.अभी तक जो देरी हुई है उसकी वजह वर्तमान राजनीतिक हालात थे, जिसमें नीतीश सरकार द्वारा विश्वासमत हासिल करना पहली प्राथमिकता थी.

आगे कोई जोखिम ना हो इस वजह से बजट सत्र के खत्म होने तक मंत्रिमंडल विस्तार से परहेज किया जा रहा है. दरअसल एनडीए के शीर्ष नेतृत्व को ये अंदेशा था कि कई विधायक मंत्रिमंडल में जगह पाना चाहते हैं लेकिन सबको मंत्रिमंडल की कुर्सी मिल नहीं सकती है, ऐसे में बजट सत्र के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार करने से कही विधायकों की नाराजगी खुलकर सामने ना आ जाए और अगर ऐसा होता तो फ्लोर टेस्ट में एनडीए की मुश्किलें बढ़ सकती थी, यही कारण है कि मंत्रिमंडल विस्तार का रिस्क नहीं लिया गया.

इसी बीच खबर ये भी है कि एनडीए के दो मुख्य सहयोगी बीजेपी और जेडीयू एक खास रणनीति के तहत मंत्रिमंडल विस्तार में विधायकों को जगह देने की तैयारी कर रहा है, जिसका फायदा भी मिल सके और पार्टी में नाराजगी भी ना हो, ये कोशिश की जा रही है. जदयू के सूत्र बताते है कि नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल में अधिकांश पुराने मंत्रियों को ही रिपीट करने की तैयारी में हैं लेकिन एकाध नए चेहरे को भी शामिल किया जा सकता है, जिससे कुछ जातीय समीकरण के साथ-साथ क्षेत्रीय समीकरण भी साधा जाए.

जदयू सूत्र से खबर ये भी है कि कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं जिससे जदयू को फ़ायदा मिल सके. खबर ये भी है कि शिक्षा मंत्री के तौर पर फ़िलहाल विजय चौधरी काम कर रहे हैं लेकिन इस विभाग को नया मंत्री मिल सकता है जो फ़िलहाल वर्तमान मंत्रिमंडल में नहीं था. बीजेपी को लेकर खबर आ रही है कि बीजेपी मंत्रिमंडल विस्तार में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार में विधायकों को जगह देगी. बीजेपी की कोशिश है कि बिहार के जातीय समीकरण और क्षेत्रीय समीकरण को पूरी तरह से साधा जाए.

इसे लेकर बीजेपी का नेतृत्व लगातार मंथन में जुटा हुआ है. सूत्र ये भी बताते हैं कि पिछली एनडीए सरकार में बीजेपी कोटा से जो चेहरे मंत्री थे उनमें से आधे से ज़्यादा मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है और नए चेहरों को इस बार सरकार में मौका मिल सकता है.