यूपी में अखिलेश यादव को कच्चा चबा जाएंगे ओवैसी, ऐसा हुआ तो खत्म हो जाएगी सपा

Owaisi will chew Akhilesh Yadav raw in UP, if this happens SP will end
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एक ऐसी पार्टी के लिए जो बार-बार उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए एक विकल्प प्रदान करने का दावा करती है, विधानसभा, लोकसभा और उपचुनावों में लगातार हार, राज्य में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं हैं। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी (सपा) शनिवार को मेयर पद की 17 में से एक भी सीट नहीं जीत सकी और स्वार विधानसभा सीट को भी बरकरार रखने में नाकाम रही। अपना दल (एस) से छानबे सीट जीतने में भी सपा नाकाम रही। वहीं निकाय चुनाव में कई सीटों पर ओवैसी की पार्टी ने मुसलमानों की भारी वोटो मिली, जिससे अखिलेश के मुसलमान वोट के एकाधिकार को भी चुनौति मिली है। मेरठ और मुजफ्फरनगर निकाय चुनाव में सपा की हार में ओवैसी की बडी भूमिका रही है।

सपा 2017 से हार रही है, जब अखिलेश ने अपने पिता स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव से तख्तापलट में सत्ता की बागडोर अपने हाथ में ले ली थी। पार्टी 2017 के विधानसभा चुनावों में बुरी तरह हार गई और मुश्किल से 47 सीटों के साथ रह गई थी। सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ा था और दोनों दलों को हार का सामना करना पड़ा था। 2019 के लोकसभा चुनावों में, अखिलेश ने बहुजन समाज पार्टी के साथ हाथ मिलाया, एक ऐसा निर्णय जिसे पार्टी के वरिष्ठों ने अस्वीकार कर दिया था।

सपा को गठबंधन से कोई फायदा नहीं हुआ, बसपा को 10 लोकसभा सीटें मिल गई। चुनाव के तुरंत बाद गठबंधन टूट गया। बाद के महीनों में, सपा उपचुनावों में अपनी आजमगढ़ और रामपुर सीटें भी भाजपा से हार गई।

अंत में, 2022 में, सपा ने राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) सहित छोटे दलों के साथ गठबंधन किया, लेकिन यह भी काम नहीं आया। 2023 के निकाय चुनावों से पहले, अखिलेश ने अपने अलग हो चुके चाचा शिवपाल यादव के साथ अपने संबंध सुधारे, लेकिन यह प्रयास बहुत देर से और बहुत कम साबित हुआ।पार्टी कार्यकर्ता अब अखिलेश यादव की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा रहे हैं और क्या उनमें उत्तर प्रदेश में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने की क्षमता है। लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही सपा अध्यक्ष की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।

अब मुसलमान वोट भी समाजवादी पार्टी से दूर जाता दिख रहा है ऐसे में सपा का भविष्य लोगों को अच्छा नहीं दिखाई दे रहा है।