पल्लवी पटेल ने असदुद्दीन ओवैसी से मिलाया हाथ, यूपी में नए गठबंधन से बढ़ेगी अखिलेश की मुश्किलें!

इस खबर को शेयर करें

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीति लगातार गरमा रही है। समाजवादी पार्टी के साथ यूपी चुनाव 2022 में गठबंधन करने वाली अपना दल कमेरावादी अब अलग राजनीतिक धारा खींचती दिख रही है। अपना दल कमेरावादी नेता पलवी पटेल ने पिछले दिनों सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला था। वह खुद को पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक यानी पीडीए राजनीति का सबसे बड़ा चेहरा बताती रही है। अब वह इस मामले को लेकर असदुद्दीन ओवैसी के साथ लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने की रणनीति तैयार कर रही हैं। सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि रविवार को पलवी पटेल और असदुद्दीन ओवैसी औपचारिक तौर पर उत्तर प्रदेश में नए गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं। इससे पल्लवी पटेल पिछड़ा और असदुद्दीन ओवैसी दलित वोट बैंक को एक पाल में लाने की कोशिश करेंगे। यह विपक्षी गठबंधन के वोट बैंक पर बड़ा असर डाल सकता है।

अखिलेश ने दिया था झटका
अखिलेश यादव ने अपना दल की नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल को पिछले दिनों बड़ा झटका दिया। उन्होंने पल्लवी पटेल को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कहा था कि यूपी चुनाव 2022 के दौरान गठबंधन था। अब 2024 में नहीं है। इसके बाद पल्लवी पटेल ने विपक्षी गठबंधन के प्रमुख दल कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा। लेकिन, उन्हें अब तक कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद पल्लवी ने विपक्षी गठबंधन से भी दूरी बढ़ाने का संकेत दे दिया है।

मिल रही जानकारी के अनुसार, पल्लवी पटेल अलग गठबंधन के साथ लोकसभा चुनाव 2024 में उतरेंगी। यूपी में वह इस मोर्चे की अगुआई करेंगी। अपना दल के ने पांच दलों के साथ मिलकर भागीदारी संकल्प मोर्चा के नाम से गठबंधन की तैयारी कर ली है। माना जा रहा है कि रविवार दोपहर 2:30 बजे लखनऊ में इस मोर्चे का ऐलान किया जा सकता है।

सभी सीटों पर उतार सकते हैं उम्मीदवार
अपना दल कमेरावादी यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार दे सकती है। उनका गठबंधन पहले और दूसरे चरण की लोकसभा सीटों पर खड़े उम्मीदवारों को पीडीए के दायरे में रखकर अपने समर्थन का ऐलान कर सकती है। भागीदारी संकल्प मोर्चा के तहत पल्लवी पटेल के फूलपुर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरने की लगभग पूरी संभावना है। वहीं, कृष्णा पटेल मिर्जापुर से अपनी बड़ी बेटी और अपना दल एस की प्रमुख अनुप्रिया पटेल को टक्कर देती दिख सकती हैं। पल्लवी पटेल का दावा है कि यह गठबंधन वास्तविक तौर पर पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक यानी पीडीए के अधिकारों को बचाने की लड़ाई लड़ेगी।

पीएम के खिलाफ भी उम्मीदवार?
भागीदारी संकल्प मोर्चा वाराणसी से भी उम्मीदवार देने की तैयारी में है। वाराणसी सीट से ऐसे उम्मीदवार को उतारा जा सकता है, जो पीडीए पॉलिटिक्स का प्रतिनिधित्व करता हो। ऐसी उम्मीद है कि गठबंधन की ओर से मुस्लिम कैंडिडेट उतारा जा सकता है। यह कैंडिडेट भाजपा और विपक्षी गठबंधन को कड़ी टक्कर देने वाला होगा, इस प्रकार के दावे अभी से किए जाने लगे हैं। अन्य सीटों पर भी इसी प्रकार की रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी करती पल्लवी दिख रही हैं।