बंगाल नरसंहार पर संसद में रो पड़ीं रूपा गांगुली, बोलीः बंगाल अब रहने लायक नहीं

Roopa Ganguly cried in Parliament over Bengal massacre, said: Bengal is no longer livable
Roopa Ganguly cried in Parliament over Bengal massacre, said: Bengal is no longer livable
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नई दिल्ली। राज्यसभा में बीरभूम में हुए नरसंहार पर बोलते हुए भाजपा सांसद रूपा गांगुली के आंसू छलक उठे। रूपा ने कहा, “हम पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हैं। वहां सामूहिक हत्याएं हो रही हैं, लोग वहां से भाग रहे हैं… बंगाल अब रहने लायक नहीं है।”

इससे पहले बीरभूम हत्याकांड में महिलाओं और बच्चों के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को लेकर रूपा गांगुली ने शून्यकाल नोटिस दिया।

रूपा ने ममता सरकार पर कसा तंज
रूपा ने ममता सरकार पर तंज कसा-इस बार सिर्फ 8 लोग मरे हैं। ज्यादा नहीं मरे, ज्यादा के मरने से फर्क नहीं पड़ता। बात यह है कि उन्हें जला के मारा जाता है। वहां गैरकानूनी बंदूकें रखी जाती हैं। पुलिस पर कोई भरोसा नहीं है। सिर्फ अनीस खान मरता है तब सीबीआई की मांग की जाती है। 7 दिन में 26 पॉलिटिकल मर्डर हुए हैं। अटॉप्सी रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले उनके हाथ पैर तोड़े, फिर कमरे में बंद करके मारकर जला दिया गया।

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रोक दी गई राज्यसभा की कार्रवाई
रूपा गांगुली के बीरभूम कांड को उठाए जाने के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई। सदन से बाहर आने के बाद रूपा ने बताया कि पश्चिम बंगाल में लोग बोल भी नहीं सकते। सरकार हत्यारों को बचा रही है। देश में ऐसा कोई दूसरा राज्य नहीं है जहां की सरकार ही चुनाव जीतने के बाद लोगों की जान लेती है। हम इंसान हैं, हम पत्थर दिल बनकर राजनीति नहीं करते।

रामपुरहाट के बागतुई गांव पहुंची CFSL की टीम
CBI की केंद्रीय फोरेंसिक साइंस लैब डिवीजन के अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार को बागतुई गांव पहुंची। जहां टीम ने जलाए गए घरों की जांच की। टीम ने सभी जगह से सैम्पल कलेक्ट किए। टीम में आठ लोग है, जिनके साथ पुलिस भी मौजूद रही। हालांकि, टीम ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। एक अधिकारी ने कहा, ”हम यहां सबूत जुटाने आए हैं। इस मामले में ज्यादा बात नहीं कर सकते हैं।”