महिला डॉक्टर के सुसाइड नोट से सनसनीखेज खुलासा, मैं पति बच्चों से बहुत प्यार करती हूं…

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दौसा। राजस्थान के हेल्थ मिनिस्टर परसादी लाल मीणा का विधानसभा क्षेत्र लालसोट (दौसा) एक बार फिर सुर्खियों में है। मंगलवार को एक महिला डॉक्टर के सुसाइड के बाद राजस्थान में यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इधर, देर रात महिला डॉक्टर का सुसाइड नोट सामने आने के बाद डॉक्टर्स आक्रोशित हो गए हैं और विरोध कर रहे हैं। बुधवार को राजस्थान के सभी निजी हॉस्पिटल्स ने 24 घंटे का कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है।

वहीं, चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा कहना है कि दुःखद घटना है, पूरे प्रकरण में जिस भी स्तर पर लापरवाही हुई है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

दरअसल, डॉ. अर्चना शर्मा का लालसोट (दौसा) में हॉस्पिटल है। सोमवार को डिलीवरी के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया। हत्या का मामला दर्ज होने के बाद अर्चना शर्मा (42) डिप्रेशन में आ गई और मंगलवार को सुसाइड कर लिया। अर्चना शर्मा के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है।

पढ़ें, पूरा सुसाइड नोट…

मैंने कोई गलती नहीं की, किसी को नहीं मारा, मेरा मरना शायद मेरी बेगुनाही साबित कर दे। मैं मेरे पति, बच्चों से बहुत प्यार करती हूं। कृपया मेरे मरने के बाद इन्हें परेशान नहीं करना। पीपीएच कॉम्पलिकेशन है। इसके लिए डॉक्टर को इतना प्रताड़ित करना बंद करो। मेरा मरना शायद मेरी बेगुनाही साबित कर दे। DONT HARASS INNOCENT DOCTORS, Please, LUV U please मेरे बच्चों को मां की कमी महसूस नहीं होने देना।

धमकियां बर्दाश्त नहीं कर सकी
डॉ.अर्चना शर्मा, एमबीबीएस, एमडी स्त्री रोग, प्रसूति एवं नि:संतानता विशेषज्ञ के अलावा मेडिकल कॉलेज, गुजरात की एसोसिएट प्रोफेसर रही थीं। अचानक सुसाइड से पूरा परिवार सदमे में है। डॉक्टर के पति डॉ. सुनीत उपाध्याय ने बताया कि अर्चना गोल्ड मेडलिस्ट थीं और अच्छी सर्जन थीं, लेकिन आरोपियों की धमकियों से परेशान व जेल जाने के डर की चिंता में खुद ही जिंदगी हार गईं। वह उसके पापा को गालियां देने वालों को बर्दाश्त नहीं कर पाई और डिप्रेशन में आकर सुसाइड करने को मजबूर हो गई। डॉ. अर्चना और डॉ. सुनीत का एक लड़का(12) और लड़की (8) है।

महिला डॉक्टर के पति ने दर्ज कराया मामला, बाजार बंद
महिला डॉक्टर के सुसाइड के बाद आनंद हॉस्पिटल के डॉक्टर सुनीत उपाध्याय की ओर से लालसोट थाने में मामला दर्ज करवायाा गया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि आनंद हॉस्पिटल में एक महिला मरीज की मौत पर कुछ लोगों ने हॉस्पिटल का घेराव किया और हत्या का मुकदमा दर्ज करने के लिए प्रशासन पर दबाव बनाने की घिनौनी राजनीति की।

इस मामले में सुनीत उपाध्याय ने लालसोट निवासी शिवशंकर बल्या जोशी पर पहले भी कई बार हॉस्पिटल आकर धमकियां देने, धरना-प्रदर्शन करने जैसे कई आरोप लगाए हैं। वहीं महिला डॉक्टर की मौत के बाद पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। लालसोट बाजार भी बंद रखा गया है।

आंदोलन की चेतावनी
आईएमए सर्विस डॉक्टर्स विंग के चेयरमैन डॉ. रघुवीर सिंह रतनू ने कहा कि इस घटना के विरोध में 24 घंटे का कार्य बहिष्कार किया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो राजस्थान के डॉक्टर्स को मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।

यह था मामला
लालसोट के खेमावास निवासी लालूराम बैरवा ने महिला डॉक्टर के खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज कराया था। रिपोर्ट में बताया था कि पत्नी आशा देवी (22) की डिलीवरी कराने के लिए सोमवार सुबह आनंद हॉस्पिटल लेकर आए थे। दोपहर में डिलीवरी के दौरान उसकी मौत हो गई। इधर, गुस्साए परिजनों ने लालसोट थाने में रिपोर्ट दी थी। इसके बाद डॉ.अर्चना शर्मा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। हत्या का मामला दर्ज होने के बाद अर्चना शर्मा डिप्रेशन में आ गई। मंगलवार सुबह 11 बजे कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।