देवरिया हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासाः मृतक प्रेमचंद यादव की जमीन की पैमाइश से सामने आई ऐसी सच्चाई, उड जायेंगे होश

Sensational revelation in Deoria murder case: Such truth revealed from the measurement of deceased Premchand Yadav's land, you will be shocked.
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देवरिया। उत्तर में देवरिया जनपद के फतेहपुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड के बाद शासनके आदेश पर मृतक प्रेमचंद यादव के घर और खेत की पैमाइश राजस्व की टीम ने कर ली है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दिया है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मृतक प्रेमचंद यादव के घर व उनके समर्थकों पर देर रात बुलडोजर चला सकती है। सामूहिक हत्याकांड में संलिप्त 16 आरोपियों को देवरिया पुलिस ने न्ययालय के समक्ष पेश किया। वहां आरोपियों को ज्यूडिशियल कस्टडी रिमांड पर भेज दिया गया है। इसकी जानकारी देवरिया पुलिस अधीक्षक ने दी है। उन्होंने बताया हत्या प्रयुक्तय आला कत्ल बरामद कर लिया गया है।

बता दें कि देवरिया में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या से जुड़ी हिंसा की घटना के सिलसिले में दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर मामला दर्ज कराया गया है। इस मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोले में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की सोमवार को उनके प्रतिद्वंद्वी सत्यप्रकाश दुबे और उनके परिवार द्वारा कथित तौर पर हत्या किए जाने के बाद यादव के समर्थकों ने दुबे और उनके परिवार पर हमला कर दिया। इस हमले में उनकी पत्नी और तीन बच्चों सहित उनके परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मामला दर्ज कराया है।

इस मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पहले मुकदमे के तहत दुबे की बड़ी बेटी शोभिता द्विवेदी द्वारा 27 नामजद और 50 अज्ञात सहित 77 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के अलावा अन्य के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। दूसरी ओर, प्रतिद्वंद्वी यादव के रिश्तेदार अनिरुद्ध यादव द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में दुबे, उनकी पत्नी और बच्चों सहित पांच मृतकों को नामजद किया गया है।

पुलिस ने कहा कि इस मामले में भारतीय दंड विधान की धारा 302 (हत्या), 147 (दंगा), 148 (सशस्त्र हथियारों के साथ दंगा), 149 (गैरकानूनी सभा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस वारदात में दुबे का आठ वर्षीय बेटा अनमोल घायल हो गया। उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ही अस्पताल में उससे मुलाकात करके उसका हालचाल लिया था। पुलिस क्षेत्राधिकारी जिलाजीत सिंह ने कहा कि दुबे और उनके परिवार के चार सदस्यों का सोमवार शाम को रामपुर कारखाना इलाके में पटनवा पुल के पास अंतिम संस्कार किया गया, जबकि यादव की अंत्येष्टि सरयू नदी के पास की गयी। रुद्रपुर के उप जिलाधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि ऐसी सूचना मिली है कि यादव ने सरकारी जमीन पर अपना घर बनाया है। अगर यह बात सच पाई गई तो इसे तोड़ा जा सकता है। देवरिया के जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कहा था कि दो समूहों के बीच विवाद के बाद हुई इस घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने सोमवार को कहा था ”घटना के पीछे का कारण गांव के दो परिवारों के बीच लंबे समय से चल रहा भूमि विवाद बताया गया है। सत्य प्रकाश दुबे के भाई साधु दुबे ने अपनी जमीन प्रेमचंद यादव को बेच दी थी और मामला सात साल पहले सुलझ गया था,” विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद ने भी घटना स्थल का दौरा किया था।