राजस्थान में पेपर लीक के मास्टरमाइंड के एक के बाद एक कई बड़े खुलासे, SOG पुलिस के उड़ गए होश

Several big revelations one after the other of the mastermind of paper leak in Rajasthan, SOG police shocked
Several big revelations one after the other of the mastermind of paper leak in Rajasthan, SOG police shocked
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जयपुर/ उदयपुर। आरपीएससी की सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में दो माह से एसओजी फरार सरगना की तलाश में जुटी रही। गिरफ्तार सरगना भूपेंद्र सारण से पूछताछ के बाद एसओजी को भी पता चला कि भूपेंद्र ने जयपुर के नज़दीक चौमूं निवासी और आबूरोड में नियुक्त सरकारी शिक्षक शेरसिंह मीणा से 40 लाख में पेपर खरीदा था। भूपेंद्र ने प्रत्येक अभ्यर्थी से 5-5 लाख में सौदा किया, जिससे 2 करोड़ 10 लाख रुपए कमाने वाला था।

सारण को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट तक लाने के लिए पुलिस ने उसकी 2 किलोमीटर तक परेड निकाली। उसे हाथीपोल थाने से कोर्ट चौराहे तक पैदल लाया गया। कोर्ट ने उसे 27 फरवरी तक रिमांड पर भेजा दिया।

पेपर लीक मामले में फरार चल रहे एक लाख के इनामी जालोर हाल करणी विहार जयपुर निवासी भूपेंद्र सारण पुत्र पाबूराम सारण गुरुवार शाम साढ़े 7 बजे बेंगलुरु एयरपोर्ट से पकड़ा गया। स्पेशल टीम सारण को लेकर शुक्रवार सुबह उदयपुर पहुंची। उसे हाथीपोल थाने में रखा गया, जहां पूछताछ की गई। दोपहर बाद उसे एडीजे-4 कोर्ट में पेश किया गया, सारण को चार दिन के रिमांड पर भेज दिया।

मामले में नया खुलासा

अब तक जयपुर के सरगनाओं तक सीमित जांच भूपेंद्र के गिरफ्तार होने के बाद आबूरोड की ओर घूम गई है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि भूपेंद्र सारण ने चौमूं, जयपुर निवासी आबूरोड में नियुक्त सरकारी शिक्षक शेरसिंह मीणा से 40 लाख में पेपर लिया। फिर भूपेंद्र ने पेपर सुरेश विश्नोई को भेजा। उसने अभ्यर्थियों से 5-5 लाख में सौदा कर रखा था।

एयरपोर्ट पर मुस्कराता रहा भूपेंद्र

बेंगलूरु एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी टीम के साथ फोटो खिंचवाने के दौरान भूपेंद्र सारण मुस्करा रहा था। कोर्ट में पेश करते समय उसके चेहरे पर हवाइयां उड़ी नजर आईं।

यह है मामला

उदयपुर पुलिस ने गोगुंदा हाईवे पर 24 दिसंबर 2022 की अलसुबह एक बस में अभ्यर्थियों को नकल करते पकड़ा था। आरोपी सरकारी स्कूल के हेड मास्टर सुरेश विश्नोई और भजनलाल विश्नोई अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्व करवा रहे थे। सुरेश विश्नोई ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि उसे भूपेंद्र सारण ने ही वॉट्सऐप पर पेपर भेजा था। इसके बाद पुलिस ने इसके घर सहित अन्य ठिकानों पर दबिश देते हुए तलाश शुरू कर दी थी।

अब तक यह स्थिति

मामले में अब तक पकड़े गए 57 आरोपियों में से 44 जमानत पर हैं। सुरेश विश्नोई पुलिस रिमांड पर है। उदयपुर पुलिस ने आरोपियों की जमानत रद्द कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका पेश की थी। कोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए जमानत पाने वाले सभी आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। आरोपी पीराराम व पुखराज ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी, जो खारिज हो गई।

जांच से अभी तक दूर था शेर सिंह मीणा

एसओजी और उदयपुर पुलिस पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण को बताते हुए उसकी व उसके साथी सुरेश ढाका की तलाश में जुटी रही। जबकि आरोपी सारण को पेपर देने वाले सरकारी शिक्षक शेर सिंह मीणा की भनक तक उन्हें नहीं लगी।

भूपेंद्र ने और किस जिले में भेजे पेपर

उदयपुर पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है कि उसने जालोर व जोधपुर के अलावा अन्य किस जिले के परीक्षार्थियों को पेपर भेजा। मामले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। सुरेश ढाका उसी के साथ भागा था या फिर अलग से गया।