मेरठ के फर्जी मैरिज ब्यूरो की कहानी, फिल्मी सेट की तरह तय होते थे किरदार, मंगेतर बनती थीं ये तीन युवतियां

The story of Meerut's fake marriage bureau, the characters were fixed like a film set, these three girls used to become fiancees
The story of Meerut's fake marriage bureau, the characters were fixed like a film set, these three girls used to become fiancees
इस खबर को शेयर करें

मेरठ। शादी-संगीत मैरिज ब्यूरो अंदर से फिल्म के सेट की तरह सजा है। यहां पर अक्सर मंगेतर के किरदार बदलते हैं। हिमानी, कनिका, शिवानी और साक्षी शर्मा मंगेतर का रोल भी पूरे शिद्दत के साथ अदा करती है। पुलिस पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि आठ से दस बार मंगेतर का रोल कर चुकी हैं। मंगेतर बनने के बाद युवकों से फोन पर बातचीत में ही 50 से 60 हजार रुपये तक वसूल कर लेती है। इसके बाद रकम का हिस्सा सभी में बराबर बांटा जाता है। पुलिस इस गैंग के आरोपित आशु और चिराग की तलाश में दबिश दे रही है।

गाजियाबाद के युवक ने की थी शिकायत
मेडिकल पुलिस की टीम ने गाजियाबाद के विजय नगर थानाक्षेत्र के प्रताप विहार निवासी रामानंद पाठक की शिकायत पर तेजगढ़ी स्थित लवबाइट पर छाप मारकर हिमानी, शिवानी, साक्षी शर्मा और कनिका को पकड़ लिया है। पीवीएस के पास शादी-संगीत मैरिज ब्यूरो में इन लड़कियों को शादी के लिए दिखाया जाता था। थाने में लड़कियों ने मंगेतर का रोल अदा कर दिखाया। सामने वाले युवक को जरा भी शक नहीं हो पाता है तो रिश्ता तय करने की सभी रस्म भी पूरी की जाती है।

पंडित का रोल निभाता है चिराग
आशु सौदेबाजी करता है, जबकि चिराग पंडित की भूमिका निभाता है। थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि एक युवक से मंगेतर बनकर युवतियां 50 से 60 हजार रुपये हासिल कर लेती थीं। पता चलने पर मोबाइल सिम तोड़कर फेंक दिया जाता था। उसके बाद भी कोई पीछा करता तो उसे छेड़छाड़ में फंसाने की धमकी दी जाती थी। इसी डर से काफी लोग शिकायत करने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाते थे।

तीन माह में 22 युवकों को बनाया शिकार
शादी संगीत मैरिज ब्यूरो में तीन माह में 22 युवकों को शिकार बनाया गया है, लेकिन कोई भी उनके खिलाफ शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। थाना प्रभारी योगेंद्र का कहना है कि पकड़ी गईं तीनों युवतियों के परिवार के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने बताया कि शहर में अन्य स्थानों पर भी ऐसे मैरिज ब्यूरो संचालित हो रहे हैं, जिनके नाम भी पुलिस ने जुटा लिए हैं। उनके खिलाफ निकाय चुनाव के बाद छापामारी कर कार्रवाई की जाएगी।