पटना: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बुधवार को कथित जमीन-रेलवे नौकरियों के मामले में बिहार में छापेमारी की. ये छापेमारी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद अशफाक करीम, फ़ैयाज़ अहमद और MLC सुनील सिंह के घर आज सुबह से की जा रही है. इस छापेमारी पर राजद एमएलसी और बिस्कोमान पटना के अध्यक्ष सिंह का बयान भी आया है. जिसमें उन्होंने कहा, “यह जानबूझकर किया जा रहा है. इसका कोई मतलब नहीं है. वे यह सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि डर के मारे विधायक उनके पक्ष में आएंगे.” बता दें कि सुनील सिंह के घर सुबह 7.30 बजे से CBI की टीम मौजूद है.
सीबीआई द्वारा दर्ज केस में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ,उनकी पत्नी राबड़ी देवी सहित उनकी बेटी भी आरोपी हैं. वहीं ये छापेमारी ऐसे समय में की गई जा रही है, जब नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार को आज फ्लोर टेस्ट से गुजरना है. दरअसल बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़कर नीतीश कुमार ने राजद, कांग्रेस व अन्य पार्टियों के साथ मिलकर नई सरकार का गठन किया है.
राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कल रात को ही ट्वीट किया था कि सीबीआई और अन्य केंद्रीय एजेंसियां छापेमारी की तैयारी कर रही हैं क्योंकि बीजेपी बिहार में सत्ता गंवाने को लेकर ”उग्र” है. शक्ति सिंह यादव ने ट्वीट कर कहा था, बौखलाई हुई भाजपा के सहयोगी CBI, ED, IT बिहार में अतिशीघ्र ही रेड की तैयारी कर रहे है. पटना में जमावड़ा शुरू हो चुका है. कल का दिन महत्वपूर्ण है.
दरअसल यह घोटाला यूपीए-1 सरकार में लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान का है. आरोप है कि लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों ने रेलवे की नौकरी देने के लिए रिश्वत के रूप में जमीन और संपत्ति प्राप्त की थी . वहीं जून में सीबीआई ने मामले के सिलसिले में लालू यादव के सहयोगी भोला यादव को गिरफ्तार किया था.