पहली अप्रैल को एक हो जाएंगे ये दो बैंक, आरबीआई से मर्जर को मिली मंजूरी

These two banks will merge on April 1, merger approved by RBI
These two banks will merge on April 1, merger approved by RBI
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RBI Approval: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सोमवार को फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक (Fincare Small Finance Bank) और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU Small Finance Bank) के विलय को मंजूरी दे दी है. इसके बाद एक अप्रैल, 2024 से फिनकेयर की सभी ब्रांच एयू एसएफबी के नाम से काम करेंगी. इस फैसले से प्राइवेट सेक्टर के एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की स्थिति और मजबूत हो जाएगी.

30 अक्टूबर को हुआ था मर्जर का ऐलान
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 30 अक्टूबर, 2023 को फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक के साथ मर्जर का ऐलान किया था. बैंक ने बताया था कि शेयरहोल्डर्स से मंजूरी मिलने के बाद आरबीआई और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India) से नियामकीय इजाजत के लिए प्रयास किया जाएगा. एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने बताया कि फिनकेयर के प्रमोटर्स लगभग 700 करोड़ रुपये की पूंजी इस मर्जर के बाद लगाएंगे. सौदे के तहत गैर लिस्टेड फिनकेयर के शेयरहोल्डर्स को उनके प्रत्येक 2000 शेयरों के बदले लिस्टेड एयू एसएफबी के 579 शेयर मिलेंगे.

प्रतिस्पर्धा आयोग से 23 जनवरी को मिली थी मंजूरी
दोनों बैंकों के मर्जर के बाद फिनकेयर एसएफबी के एमडी और सीईओ राजीव यादव एयू एसएफबी के डिप्टी सीईओ बनेंगे. साथ ही फिनकेयर एसएफबी के बोर्ड की डायरेक्टर दिव्या सहगल एयू एसएफबी के बोर्ड को ज्वॉइन करेंगी. इन दोनों बैंक के मर्जर को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से मंजूरी इसी साल 23 जनवरी को मिली थी. एयू एसएफबी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी थी.

उछाल के साथ बंद हुए थे शेयर
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की एसेट क्वालिटी दिसंबर तिमाही के दौरान गिरी थी. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक का कुल एनपीए 1.98 फीसदी रहा था. बैंक का शुद्ध लाभ भी अनुमानों से कम 375 करोड़ रुपये रहा था. सोमवार को एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयर 0.26 फीसदी उछलकर 579.50 रुपये पर बंद हुए थे.

आईआईएफएल फाइनेंस पर गोल्ड लोन बांटने की रोक
सोमवार को एक अन्य फैसले में आरबीआई ने आईआईएफएल फाइनेंस (IIFL Finance) पर गोल्ड लोन बांटने की रोक लगा दी थी. केंद्रीय बैंक ने यह कार्रवाई मटेरियल सुपरवाइजरी चिंताओं के चलते की है. हालांकि, कंपनी अपने मौजूदा गोल्ड लोन पोर्टफोलियो को सेवा देती रहेगी.